क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय की मौत के बाद करीब 600 ब्रांड को शाही वारंट खोने का डर है। इन ब्रांड्स में कैडबरी चॉकलेट, मेसन टी, बरबेरी रेनकोट समेत कई चीजें हैं जो महारानी की पसंदीदा हुआ करती थी।
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनकी मौत के बाद उनके बेटे किंग्स चार्ल्स तृतीय नए सम्राट हैं। क्वीन ब्रिटेन के इतिहास में सर्वाधिक 70 वर्षों तक राज करने वाली थीं। उन्होंने 96 साल की उम्र तक ब्रिटेन में शासन किया। अब उनकी मौत के बाद करीब 600 ब्रांड को शाही सील खोने का डर है। इन ब्रांड्स में कैडबरी चॉकलेट, मेसन टी, बरबेरी रेनकोट समेत कई चीजें हैं जो महारानी की पसंदीदा हुआ करती थी। इन ब्रांड्स ओनर को अब डर सता रहा है कि अगर किंग्स चार्ल्स ने इन ब्रांड्स को मंजूरी नहीं दी तो वे शाही सील खो देंगे। इससे इन्हें काफी नुकसान हो सकता है।
फोर्टनम, मेसन टी, बरबेरी रेनकोट, कैडबरी चॉकलेट और यहां तक कि ब्रूमस्टिक और डॉग फूड निर्माता समेत 600 ब्रांड्स ओनर को ब्रिटेन के शाही सील खोने का डर है। यदि इन्हें नए सम्राट की स्वीकृति नहीं मिलती है, तो उनके पास शाही सील को हटाने के लिए दो साल का समय होगा जो उन्हें अन्य प्रतियोगी ब्रांड से अलग और यूनीक करता है।
किंग चार्ल्स के 150 पसंदीदा ब्रांड
ब्रिटेन के नए सम्राट किंग चार्ल्स तृतीय की तरफ से अभी तक इन ब्रांड्स को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। हालांकि माना जा रहा है कि किंग्स समेत पूरा शाही परिवार अभी महारानी के राजकीय अंतिम संस्कार को लेकर व्यस्त है। बता दें कि किंग चार्ल्स ने राजकुमार के रूप में 150 से अधिक ब्रांड्स को स्वयं की शाही सील जारी की थी।
बेस्ट क्वालिटी बताती है शाही सील
इन ब्रांड्स के ऊपर शाही सील दर्शाता है कि ये बेस्ट क्वालिटी है क्योंकि इन पर शाही सील अंकित है। रॉयल वारंट होल्डर्स एसोसिएशन का कहना है कि धारकों को अपने उत्पाद, पैकेजिंग, स्टेशनरी, विज्ञापन, परिसर और वाहनों पर शाही सील लगाने का अधिकार होता है। कुछ कंपनियों के लिए, रॉयल एंडोर्समेंट ब्रिकी के लिए एक पावरफुल ट्रिक है, जिससे इनकी सेल पर काफी असर पड़ता है।