आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और 12 विधायकों को खरीदने की कोशिश का आरोप लगाए जाने को लेकर भाजपा के सांसदों ने एलजी को लेटर लिखा है।
आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और 12 विधायकों को खरीदने की कोशिश का आरोप लगाए जाने को लेकर भाजपा के सांसदों ने एलजी को लेटर लिखा है। दिल्ली के सांसदों ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर मांग की है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अन्य आप नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों की फॉरेंसिक जांच की जाए। सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने आरोप लगाने वाले विधायकों के नार्को टेस्ट की भी मांग की है।
दिल्ली के सांसदों ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार शराब घोटाले से जनता का ध्यान भटकाने के लिए झूठे आरोप लगा रही है। इसलिए वह चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए। सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि इसकी फॉरेंसिक जांच होनी चाहिए। यह सामने आना चाहिए कि उन्हें किसने फोन किया, किसने संपर्क किया या कौन संदेश लेकर आया।
मनोज तिवारी ने कहा, ”झूठे आरोप लगाकर ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है। जब शराब घोटाला हुआ हजारों करोड़ का, हमने बार-बार सवाल किए, लेकिन उसका जवाब देने की बजाय अरविंद केजरीवाल गैंग और उनके लोगों ने झूठे आरोप लगाए। हमने माननीय एलजी को लेटर लिखा है और जांच की मांग की है। जब किसी को कॉल आता है तो वह छिप नहीं सकता। अब समय आ गया है कि यह फैसला हो जाए कि किसका कॉल आया, या कौन व्यक्ति आपके पास आया और कौन मैसेज लेकर आया। इसकी फॉरेंसिक जांच होनी चाहिए। यदि कॉल आया है तो उसको पता करना मुश्किल नहीं है। हमारी डिमांड है कि जिनको कॉल आया है उनका फोन तुरंत जब्त होना चाहिए।”
प्रवेश वर्मा ने कहा कि ध्यान भटकाने में थोड़ा बहुत सफल भी हुए हैं। ये ऐसे लोग हैं जो खुद को थप्पड़ मारते हैं और फिर रोते हैं कि मुझे थप्पड़ किसने मारा। ये झूठ इस तरह का बोलते हैं कि उसमें 19-20 का अंतर नहीं होता, 0 और हजार का होता है। हमें बहुत दुख हुआ है कि दिल्ली के विधायकों को किसी ने खरीदने की कोशिश की। जब तक दोषियों को जेल के पीछे नहीं डाला जाएगा हमें चैन नहीं आएगा। यदि उन्हें किसी ने खरीदने की कोशिश की तो हम उसे माफ नहीं करेंगे। हम उनका सहयोग करेंगे कि दोषियों को पकड़ना चाहिए। दिल्ली पुलिस को सीसीटीवी, फोन की जांच करनी चाहिए। नार्को टेस्ट भी होना चाहिए।