केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शनिवार को प्रयागराज पहुंची जहां वह आजादी के अमृत महोत्सव में हिस्सा लिया। कार्यक्रम स्थल तक केंद्रीय मंत्री स्कूटी चलाकर पहुंची।
आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए स्मृति ईरानी शनिवार को प्रयागराज पहुंची। इस दौरान उन्होंने कहा, “धन्य है प्रयागराज की धरती, जिसकी माटी में शहीदों का लहू मिला है। मेरा सौभाग्य है कि मुझे शहीद चंद्रशेखर आजाद जी के शहीदी स्थल पर आने का अवसर मिला।” ये कार्यक्रम चंद्रशेखर आजाद पार्क में संपन्न हुआ।
यहां पहुंचकर केंद्रीय मंत्री ने सभी से भारत माता की जय के नारे लगवाए। इस दौरान उन्होंने 16 स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया। साथ ही आंगनबाड़ी से जुड़ी महिलाओं की गोदभराई भी की।
उन्होंने कहा कि वो यही कामना करती हैं कि जिन गर्भवती महिलाओं की गोदभराई कर रही हैं, उनके गर्भ में बेटी हो तो रानी लक्ष्मीबाई जैसी और बेटा हो तो भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसा हो।
स्कूटी से कार्यक्रम स्थल पहुंचीं केंद्रीय मंत्री ने सबसे पहले अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें प्रणाम किया। इसके बाद मंच संभालते ही कहा कि यह मंच हिंदुस्तान का है, स्वाधीनता का है, सत्ता का नहीं। सभी को एक स्वर में मां भारती का जयघोष करना चाहिए। इस तिरंगे के सम्मान के लिए न सिर्फ बलिदान दिया गया है, बल्कि शहीदों ने यह भी प्रयास किया कि भारत और मजबूत हो।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने नौ गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म पूरी करने के साथ ही चार बेटियों को नि:शुल्क स्कूल किट भी दिया। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि आज तिरंगे की छांव तले चार पीढ़ियां खड़ी हैं। ऐसे भारत का वंदन है, अभिनंदन है।
उन्होंने सभी से शपथ लेने की अपील किया कि आने वाले 25 सालों में स्वर्णिम भारत के निर्माण में योगदान देंगे। कहा कि स्वर्णिम भारत का निर्माण तभी होगा, जब हर घर तिरंगा से हर कोई जुड़ेगा। अमृत महोत्सव में हर घर तिरंगा फहराना चाहिए। इस दौरान सांसद केशरी देवी पटेल, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, गणेश केसरवानी, जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री, सीडीओ शिपू गिरि, डीपीआरओ आलोक सिन्हा आदि मौजूद रहे।
आपदा में 80 करोड़ तक पहुंचाया राशन
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब देश आजाद हुआ था तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन ऐसी विपदा आएगी, जिससे पूरा देश बंद करना पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 80 करोड़ लोगों तक राशन पहुंचवाया। चांद और मंगल तक पहुंचने की लोग कल्पना भी नहीं करते थे, लेकिन हमने मंगलयान बनाया और उसे मंगल तक पहुंचाया। इसमें बेटियों ने भी काफी सहयोग दिया।
इनकी हुई गोदभराई
केंद्रीय मंत्री ने रचना विश्वकर्मा, गीतांजलि, ललिता भारती, श्यामा दीप, नवरतन तिवारी, प्रीति, काजल साहू, काजल, इति की गोदभराई कराई। सभी ने इस सम्मान के लिए केंद्रीय मंत्री को धन्यवाद दिया। गीतांजलि और रचना ने कहा कि उन्हें भरोसा भी नहीं था कि ऐसे सम्मान मिलेगा। यह गर्व की बात है।
सेनानियों के परिजनों से जाना हाल
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रयागराज आगमन पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मक्सूद उल्ला का सम्मान किया। इसके साथ अन्य स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित कर उनका हाल जाना। उन्होंने मलखा देवी, गंगा शुक्ल, पंकज सिंह, राजनाथ मीचू, हरिसेन, रामरति, राजकुमार, ताजीन अफजल, जाहिदा बेगम, सिद्दीक अहमद, प्रेमलता को प्रणाम कर उनकी कुशलता की कामना की।
आजाद पार्क तक स्कूटी से पहुंचीं स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री के स्वागत के लिए प्रांतीय रक्षक दल की ओर से स्कूटी रैली का आयोजन किया गया था। केंद्रीय मंत्री जब पत्थर गिरजाघर चौराहे पर पहुंची तो उन्होंने स्कूटी मांगी और स्कूटी चलाकर आजाद पार्क तक गईं। उनके साथ एक स्कूटी पर फूलपुर की सांसद केशरी देवी पटेल और दूसरी स्कूटी पर इलाहाबाद की सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी भी थीं। केंद्रीय मंत्री पहले जिस स्कूटी पर सवार हो रही थीं, उस पर नंबर नहीं लगा था। किसी ने टोका तो केंद्रीय मंत्री ने उस स्कूटी पर बैठने से इंकार कर दिया।
उन्होंने दूसरे लोगों को भी नसीहत दी कि बिना हेलमेट लगाए स्कूटी न चलाएं। खुद हेलमेट पहनकर आगे बढ़ीं। सुभाष चौराहे पर रैली कुछ देर रुकी। सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा को प्रणाम कर फिर रैली आजाद पार्क की ओर चली गई। इस रैली में पीआरडी के जवान, स्काउट, जिला पंचायतराज विभाग के कर्मचारी और महिलाएं शामिल हुईं।