ukraine russia war: यूक्रेन और रूसी सैनिकों के बीच जंग शुरू हुए 38 से ज्यादा दिन हो चुके हैं। इतने दिन बीत जाने के बाद न ही यूक्रेन पर रूस पूरी तरह से कब्जा कर चुका है और न ही रूस ने अभी तक हार मानी है। इस बीच एक सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। सर्वे के मुताबिक, यूक्रेन में जंग छेड़ने के बाद व्लादिमीर पुतिन की लोकप्रियता अचानक काफी बढ़ गई है।
यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई शुरू होने के बाद से व्लादिमीर पुतिन की लोकप्रियता में वृद्धि देखी गई है। इंडिपेंडेंट लेवाडा केंद्र का कहना है कि 80 प्रतिशत से अधिक रूसियों ने कहा कि वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कार्यों का समर्थन करते हैं। 24 फरवरी को मास्को द्वारा यूक्रेन में सैनिकों को भेजने के बाद लेवाडा की ओर से यह पहला सर्वे सामने आया है।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि 83 प्रतिशत रूसियों ने पुतिन के कार्यों को मंजूरी दी। हालांकि युद्ध से पहले फरवरी की शुरुआत तक पुतिन की लोकप्रियता 71 प्रतिशत से ऊपर थी। लेवाडा ने कहा कि 15 प्रतिशत लोगों ने पुतिन के कार्यों की सराहना नहीं की है। जबकि दो फीसदी लोगों ने अपनी राय नहीं दी। लेवाडा के पोल ने दिखाया है कि रूसी सरकार और उसके प्रधान मंत्री मिखाइल मिशुस्टिन ने भी अपनी लोकप्रियता में सुधार किया है।
नरसंहार के आरोपों से घिरे पुतिन को रूस में समर्थन
बताते चलें कि 24 फरवरी को यूक्रेन की धरती पर ऐलान-ए-जंग करने के बाद से पुतिन दुनियाभर के देशों से तीखी प्रतिक्रिया का सामना कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पुतिन को कसाई कह चुके हैं। ब्रिटेन यूक्रेन में जंग को रूस का नरसंहार कह चुका है। इतना ही नहीं पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंधों की झड़ी लगाते हुए पुतिन से किनारा किया और रूस को अलग-थलग करने की कोशिश की है। तमाम कोशिशों के बावजूद पुतिन अपने देश यानि रूस में लोकप्रिय बने हुए हैं। इतना ही नहीं युद्ध के बाद तो उनकी लोकप्रियता में 9 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।