ताजमहल पर कटखने बंदरों को रोकने के लिए अब गाइडों का सहारा लिया जाएगा। स्मारक परिसर में बंदरों के काटने की सही संख्या बताने के लिए गाइड जासूस का काम करेंगे। अभी तक कई पर्यटक बंदर के काटने पर सूचना दिए।
ताजमहल पर कटखने बंदरों को रोकने के लिए अब गाइडों का सहारा लिया जाएगा। स्मारक परिसर में बंदरों के काटने की सही संख्या बताने के लिए गाइड जासूस का काम करेंगे। अभी तक कई पर्यटक बंदर के काटने पर सूचना दिए बिना ही चले जाते हैं। इस पर शासन के साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय भी गंभीर है।
ताजमहल में बड़ी संख्या में बंदर हैं। कोरोना काल में ताज बंद रहने के दौरान इनकी खुले में विचरण करने की आदत पड़ चुकी है। पर्यटकों की भीड़ देखते हैं तो वह उन पर हमला कर देते हैं। बीते12 दिनों में नौ सैलानियों को बंदर काट चुके हैं। कुछ पर्यटक बंदर द्वारा काटे जाने पर सूचना भी नहीं देते। प्रशासन चाहता है कि इसकी सही सूचना मिले। इसके लिए गाइडों का सहारा लिया जाएगा।
मंडलायुक्त अमित गुप्ता ने बंदरों को रोकने और उन्हें पकड़ने के लिए पुख्ता कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। गाइडों से भी बंदर काटे की घटनाओं की जानकारी देने को कहा। गाइड एसोसिएशन ने गाइडों को निर्देश दिए हैं कि वह बंदरों द्वारा काटे जाने की जानकारी साझा करें, जिससे प्रशासन को अवगत कराया जा सके।
शिल्पग्राम रोड पर बंदरों ने किया भाई-बहन पर हमला
अब ताजमहल के बाहर रात में भी लोग महफूज नहीं हैं। बंदर दिन में पर्यटकों पर तो रात में राहगीरों पर हमला कर रहे हैं। बीती रात करीब एक बजे भाई-बहन पर बंदर ने हमला कर दिया। पूर्वी गेट और शिल्पग्राम के बीच भाई-बहन वन विभाग में तैनात अपने पिता के पास आए थे। इसी दौरान एक बंदर ने उन पर हमला कर दिया। भाई बहन ने सड़क पर पड़े डंडे को उठाकर बंदरों को भगाना चाहा, लेकिन वह नहीं भागा। इस पर यहां टहल रहे कुछ लोगों ने उनको बंदरों से बचाया। तब कहीं भाई-बहन की जान में जान आई।