पुणे में कलेक्ट्रेट भवन पर कथित तौर पर लगाए गए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे को लेकर महाराष्ट्र में सियासत गर्मा गई है। भाजपा नेताओं के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने भी इसे लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया है।
पुणे में कलेक्ट्रेट भवन पर कथित तौर पर लगाए गए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे को लेकर महाराष्ट्र में सियासत गर्मा गई है। भाजपा नेताओं के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने भी इसे लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया है। शिंदे ने दो टूक शब्दों में कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिवाजी की धरती पर इस तरह के नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। हालांकि प्रशासन ने इस तरह की नारेबाजी से इनकार किया है।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को एनआईए ने पीएफआई के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके विरोध में पीएफआई ने कई जगहों पर विरोध दर्ज किया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है। जिसमें दिखाया गया कि शुक्रवार को पुणे में पीएफआई द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर “पाकिस्तान जिंदाबाद” का नारे लगाए गए। जिस पर भाजपा और महाराष्ट्र सरकार की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। सीएम एकनाथ शिंदे ने इस मामले का संज्ञान लिया है।
शिवाजी की धरती पर बर्दाश्त नहीं
सीएम एकनाथ शिंदे ने ट्वीट करते हुए लिखा, “पुणे में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं की प्रवृत्ति का विरोध करने के लिए ठीक नहीं है। पुलिस व्यवस्था इनके खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी। शिवाजी की धरती पर इस तरह के नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।”
भाजपा नेता बोले- बख्शा नहीं जाएगा
उधर, मामला तूल पकड़ने पर भाजपा नेताओं की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। भाजपा विधायक नितेश राणे ने चेतावनी दी कि पुणे में कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने वालों को याद रखना चाहिए कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की।
यहां यह गौर करने वाली बात है कि हिन्दुस्तान इस तरह के किसी भी वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है। राणे ने ट्वीट किया, “पुणे में पीएफआई के समर्थन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों के लिए.. चुन चुन के मारेंगे.. इतना याद रखना !!!”
गौरतलब है कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने करीब 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। पुणे पुलिस ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल ने कहा, “हमने पहले ही अवैध रूप से इकट्ठा होने के लिए पीएफआई सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और हम नारेबाजी के मामले को देख रहे हैं।”