कौशल्या माता मंदिर पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत, CM भूपेश बोले- वहां पहुंचकर उन्हें शांति की अनुभूति हुई होगी

 

छत्तीसगढ़ दौरे पर आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को रायपुर से लगे चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर पहुंचे। सीएम भूपेश बघेल ने भागवत को मंदिर देखने को लिए आमंत्रित किया था।

छत्तीसगढ़ दौरे पर आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को रायपुर से लगे चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर पहुंचे। उनके साथ संघ के प्रांत संघचालक डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना और महानगर संघचालक महेश बिड़ला भी उपस्थित रहे। सीएम भूपेश बघेल के निमंत्रण पर मोहन भागवत कौशल्या मंदिर दर्शन करने को पहुंचे थे। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत वीआईपी रोड स्थित राम मंदिर भी पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान श्रीराम का दर्शन कर आशीर्वाद लिया। सीएम भूपेश बघेल ने इसे लेकर ट्वीट भी किया है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि वहां पहुंचकर उन्हें शांति की अनुभूति हुई होगी।

बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को कौशल्या माता मंदिर, गोठान और आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल देखने का निमंत्रण दिया था। सीएम भूपेश बघेल लगातार मीडिया में बयान देते रहे कि मैंने उन्हें आमंत्रित किया है, लेकिन उस तरफ से अभी कोई जवाब नहीं आया है। सोमवार शाम को कांग्रेस शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे ने अधिकृत रूप से जैनम मानस भवन में जाकर निमंत्रण पत्र सौंपा था। सीएम भूपेश ने ट्वीट कर कहा कि हमने मोहन भागवत को माता कौशल्या मंदिर दर्शन के लिए आमंत्रित किया था। मुझे विश्वास है कि वहां पहुंचकर उन्हें शांति की अनुभूति हुई होगी। मंदिर का नया स्वरूप, मां कौशल्या की ममता, भांचा राम की शक्ति का उन्हें एहसास हुआ होगा। इधर, आरएसएस के एक पदाधिकारी ने कहा कि भागवत के मंदिर जाने का सत्तारूढ़ पार्टी के निमंत्रण से कोई लेना-देना नहीं है।

कांग्रेस ने मंदिर देखने का आग्रह किया था
भगवान राम की मां, माता कौशल्या को समर्पित मंदिर रायपुर से 27 किमी दूर है। कांग्रेस की भूपेश सरकार द्वारा अपनी महत्वाकांक्षी ‘राम वन गमन’ पर्यटन सर्किट परियोजना के एक हिस्से के रूप में मंदिर को पुनर्निर्मित किया गया है। चंदखुरी माता कौशल्या का जन्मस्थान है और यह उन्हें समर्पित दुनिया का एकमात्र मंदिर है। सोमवार को रायपुर जिला अध्यक्ष ने भागवत और आरएसएस के अन्य वरिष्ठ नेताओं को मंदिर में आमंत्रित किया था। उन्हें बताया गया कि भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने कैसे कदम उठा रही है।

समन्वय बैठक में 3 साल का एजेंडा तय
रायपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक का सोमवाल को समापन हुआ। संघ की बैठक में आगामी 3 वर्षों का एजेंडा तय किया गया। बैठक में भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए। बता दें कि संघ में अनेक गतिविधियां चलती हैं, जैसे गोसेवा, ग्राम विकास, पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता आदि। बैठक के दौरान इन विषयों को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई। दरअसल, इस बैठक का उद्देश्य होता है कि समाज के सामने जो चुनौतियां आती हैं, उनका संकलन कर एक दिशा तय करते हैं और राष्ट्रीय भावना से कार्य करते हैं, जिससे कार्य करने की गति बढ़ सके।

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