कोयामोन को एक दुपहिया वाहन ने टक्कर मार दी। उन्हें नजदीक के बीच अस्पताल में ले जाया गया था, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल भेजने का फैसला किया और एंबुलेंस की व्यवस्था की गई।
केरल में लापरवाही के चलते अधेड़ की मौत का मामला सामने आया है। खबर है कि अस्पताल पहुंचने के बाद एक्सीडेंट का शिकार हुए शख्स की मौत एंबुलेंस का गेट जाम होने से हो गई थी। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं है कि मामले में लापरवाही किसकी तरफ से की गई थी। मृतक एक निजी कंपनी में सिक्युरिटी स्टाफ के तौर पर काम करता था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 66 वर्षीय कोयामोन को 29 अगस्त को कोझिकोड मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। वह दुपहिया वाहन की टक्कर से घायल हो गए थे। खबर है कि केरल हेल्थ सर्विसेज अथॉरिटी की बस के गेट जाम हो जाने के चलते इलाज का काफी अहम समय खराब हो गया था।
द न्यूज मिनट ने चश्मदीदों के हवाले से लिखा कि घायल मरीज को अस्पताल लाया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद एंबुलेंस का गेट नहीं खुला। एंबुलेंस के ड्राइवर समेत लोगों ने गेट तोड़ने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मरीज के साथ मौजूद परिजनों ने मीडिया को जानकारी दी कि एंबुलेंस के अंदर कोई भी सुविधा मौजूद नहीं थी, मरीज को बिस्तर से बांधने के लिए भी कोई स्ट्रैप्स नहीं
परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि एंबुलेंस में एक डॉक्टर मौजूद था, वह कोई मदद मुहैया नहीं करा सका। उन्होंने ये आरोप भी लगाए हैं कि अंदर मौजूद डॉक्टर ने उन्हें पहले कहा था कि वाहन बहुत पुराना है और अंदर कोई सुविधाएं नहीं हैं। परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘करीब 30 मिनट गंवा दिए थे और जब गेट तोड़ने के लिए कुलहाड़ी का इस्तेमाल किया गया, तब ही यह खुल सका। तब तक मरीज की मौत हो गई थी।’
क्या था मामला
कोझिकोड में दोपहर का भोजन करने के बाद कोयामोन होटल से बाहर आ रहे थे। सड़क पार करने के दौरान एक दुपहिया वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। उन्हें नजदीक के बीच अस्पताल में ले जाया गया था, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल भेजने का फैसला किया और एंबुलेंस की व्यवस्था की गई। हॉस्पिटल अथॉरिटी ने जांच के आदेश दिए हैं।