छत्तीसगढ़-तेलंगाना राज्य की सीमा पर माओवादियों की क्रूरता फिर सामने आई है। नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते हुए कुर्नापल्ली ग्राम पंचायत के उप सरपंच की बेरहमी से हत्या कर दी।
छत्तीसगढ़-तेलंगाना राज्य की सीमा पर माओवादियों की क्रूरता फिर सामने आई है। नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते हुए कुर्नापल्ली ग्राम पंचायत के उप सरपंच की बेरहमी से हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने शव को गांव से लगे जंगल में फेंक दिया। शव के पास माओवादियों ने पर्चा भी छोड़ा है, जिसमें सजा देने की बात भी कही गई है। नक्सलियों ने लोगों को पुलिस व फोर्स को सहयोग नहीं करने की चेतावनी दी है। नक्सली घटना से क्षेत्र में दहशत है। मामला चेरला थाना क्षेत्र का है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार की देर रात 11 बजे चेरला-सबरी एरिया कमेटी के दर्जनभर सशस्त्र नक्सली उप सरपंच इरपा रामू के घर आ धमके। उस समय उप सरपंच परिवार के साथ सोया था। नक्सलियों ने उप सरपंच को उठाया और घर में बेदम पिटाई करने लगे। परिजनों ने इरपा से मारपीट नहीं करने और उसे छोड़ने की अपील करते रहे, लेकिन नक्सलियों को दिल नहीं पसीता। नक्सली इरपा को अपने साथ लेकर चले गए। माओवादियों ने गांव के बाहर जंगल में धारदार हथियार से गला रेत उप सरपंच की हत्या कर दी और शव को वहीं छोड़कर चले गए।
छत्तीसगढ़ के सुकमा से लगे इलाके में वारदात
नक्सलियों की सबरी-चेरला एरिया कमेटी ने वारदात को अंजाम दिया है। कुर्नापल्ली ग्राम पंचायत छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से लगे भद्रादि कोत्तागुडम जिले में आता है। हथियारबंद नक्सलियों ने उप सरपंच की हत्या कर पर्चा भी छोड़ा है, जिसमें इरपा को पुलिस का मुखबिर बताया है। माओवादियों ने पत्र में जनता को आगाह किया है कि पुलिस द्वारा दिए जाने वाले पैसे के लालच में मुखबिर न बनें। ग्रामीणों ने सुबह इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। छत्तीसगढ़ में पुलिस व फोर्स को अलर्ट किया गया है।