झारखंड के विधायकों की रायपुर में बाड़ेबंदी: धरमलाल बोले- UPA के सभी MLA सुरक्षित, कांग्रेस के मन में चोर

झारखंड के यूपीए गठबंधन के विधायकों को रायपुर लाए जाने पर छत्तीसगढ़ में सियासत भी शुरू हो गई है। भाजपा नेता धरमलाल ने कहा- झारखंड के विधायकों को बचाने की कांग्रेस चिंता न करे। सभी विधायक सुरक्षित हैं।

झारखंड के यूपीए गठबंधन के विधायकों को रायपुर लाए जाने पर छत्तीसगढ़ में सियासत भी शुरू हो गई है। भाजपा विधायक व पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि झारखंड के विधायकों को बचाने की कांग्रेस चिंता न करे। झारखंड के सभी विधायक सुरक्षित हैं। कांग्रेस को अपने मन से डर निकाल देना चाहिए। विधायकों को कैसे बचाया जाए या कैसे सुरक्षित रखा जाए, इसकी चिंता करने की जरूरत कांग्रेस को नहीं है। वो जहां हैं सुरक्षित हैं, सेफ हैं और यह उनके मन का डर है। मन के चोर को निकाल देना चाहिए। बाड़ेबंदी से क्या साबित करना चाहते हैं।

धरमलाल कौशिक ने तंज कसते हुए कहा कि पता नहीं क्या हो गया है कि पूरे देश के विधायकों का छत्तीसगढ़ आमंत्रण रहता है। पहले भी हरियाणा के विधायकों के आने के बाद राज्यसभा का चुनाव हुआ था। राज्यसभा चुनाव के पहले विधायकों को मेफेयर में इतना अच्छा भोजन कराया, लेकिन उसके बाद भी सीट नहीं बचा पाए और जीत कर नहीं आए। ऐसे तमाम वाक्यों से कोई मतलब नहीं है। जो विधायक जहां हैं, वहां सुरक्षित है। कांग्रेस पार्टी को विश्वास करना चाहिए। बता दें कि झारखंड के 32 यूपीए विधायकों को मंगलवार की शाम रायपुर लाया गया है। विधायक मेफेयर होटल में ठहरे हुए हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा, भाजपा पर विधायकों को तोड़ने का आरोप लगा रही है। ऐसे में कुनबा सुरक्षित रखने विधायकों को रायपुर शिफ्ट किया गया है।

हरियाणा के विधायकों की रायपुर में हुई थी बाड़ेबंदी
बता दें कि राज्यसभा चुनान के दौरान 2 जून 2022 को क्रास वोटिंग की आशंका जताते हुए हरियाणा के सभी कांग्रेसी विधायकों को रायपुर लाया गया था। हरियाणा कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों सहित कुल 34 लोग रायपुर आए थे। बाद में 2 और विधायक आए थे। सभी विधायकों को कड़ी सुरक्षा के बीच नवा रायपुर के होटल और रिसार्ट में रखा गया था। 9 दिन रहने के विधायक सीएम भूपेश के साथ चंडीगढ़ गए थे। राज्यसभा चुनाव में एक सीट के लिए 31 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। कांग्रेस के पास ठीक 31 विधायक थे। विधायकों की बाड़ेबंदी के बाद भी हरियाणा में कांग्रेस सीट नहीं बचा सकी थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *