छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में माओवादियों की क्रूरता फिर सामने आई है। बीती रात नक्सलियों ने एक ग्रामीण की गला रेत कर हत्या कर दी और शव गांव के बाहर फेंक दिया है। घटना से इलाके में दहशत है।
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में माओवादियों की क्रूरता फिर सामने आई है। नक्सल प्रभावित कढ़ाह गांव में बीती रात माओवादियों ने एक ग्रामीण की गला रेत कर हत्या कर दी गई है। माओवादियों ने मृतक के शव को गांव के बाहर फेंक दिया है। हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए नक्सलियों ने पर्चा भी छोड़ा है, जिसमें ग्रामीण पर पुलिस ने मुखबिरी का आरोप लगाते हुए सजा देने की बात कही गई है। सूचना पर गांव पहुंची पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है। इधर माओवादी घटना से इलाके में दहशत है।
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को कढ़ाह गांव में रात 8 बजे रामलाल पोटाई अपने घर पर था। तभी 4 की संख्या में हमलावर घर में घुसे और रामलाल को हथियार के दम पर अपने साथ जंगल की ओर लेकर चले गए। परिवार के लोगों ने उसे छोड़ देने की मिन्नतें करते रहे, लेकिन नक्सलियों का दिल नहीं पसीजा। शनिवार की सुबह रामलाल का शव गांव के बाहर मिला। नक्सलियों ने धारदार हथियार से ग्रामीण की गला रेतकर हत्या की है। मृतक के परिवार में पत्नी के अलावा 5 बच्चे हैं, जिनमें एक लड़का और चार लड़कियां हैं। रामलाल फिलहाल खेती-किसानी का काम किया करता था।
पर्चे में TI को सहयोग करने की बात
रामलाल पोटाई की हत्या कर माओवादियों ने मौके पर कई पर्चे भी छोड़े हैं। इन पर्चों में ग्रामीणों से मुखबिरी न करने की अपील करते हुए सम्मानपूर्वक नौकरी के लिए लड़ने की बात कही गई है। पर्चे में मृतक रामलाल पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाते हुए उसे गद्दार बताया गया है। रामलाल को फरसगांव थाने के थानेदार (TI) को सहयोग करने की वजह से हत्या करने की बात कही गई है। यह पर्चा माओवादियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी द्वारा जारी किया गया है।
नारायणपुर एएसपी पुष्कर शर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस बल को मौके पर रवाना किया गया। शव को पीएम के लिए भिजवाया गया है। शव के पास पर्चे जरूर मिले हैं। हत्या की सभी एंगल से जांच की जा रही है। मृतक के आपसी रंजिश पर भी जांच किया जा रहा इसलिए तत्काल में इसे केवल नक्सल घटना से जोड़ कर नहीं देखा जा सकता। ग्रामीण की हत्या से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।