देवास पुलिस अधीक्षक शिवदयाल सिंह ने बताया कि हुकुम सिंह सोलंकी बीएनपी से रिटायर्ड कर्मचारी थे। उनके पुत्र द्वारा गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी जांच में पाया की इनकी किसी ने हत्या कर दी है।
मध्यप्रदेश के देवास जिले में आदर्श कॉलोनी में रहने वाले हुकुम सिंह सोलंकी जो बैंक नोट प्रेस देवास से 03 वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हो गए थे। अपनी मोटर साइकिल MP-41-NB 0526 से कही चले गए है जो वापस घर लौटकर नहीं आए हैं, ऐसी शिकायत थाना कोतवाली पर उनके पुत्र नरेंद्र सोलंकी ने 21 अगस्त को दर्ज कराई थी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच विवेचना में। लिया पुलिस अधीक्षक देवास द्वारा थाना कोतवाली महेन्द्र परमार के नेतृत्व विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस की जांच में सामने आया की हुकुम सोलंकी का अपहरण कर हत्या की गई है। हत्या का कारण जमीनी विवाद और अवैध संबंध सामने आ रहा हैं।
पुलिस जांच में सामने आया देवास थाना कोतवाली पर पुत्र नरेन्द्र सोलंकी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मेरे पिता हुकुम सोलंकी कहीं चले गए हैं और उनका कहीं पता नहीं चल रहा है। पुलिस द्वारा आवेदन लेकर जांच विवेचना के दौरान पता चला कि हुकुम सोलंकी ने अपने रिश्तेदार राम कन्या पति स्व. कालूसिंह साल 50 निवासी ग्राम मडका थाना बीएनपी को पुष्प कुंज कालोनी इटावा देवास में वर्ष 1994 में मकान दिलवाया था। जहां मृतक का आना जाना था। ग्राम मडका में रवि देवड़ा के दादाजी रतनलाल के नाम से कुल 14 बीघा जमीन थी।
पुलिस ने संदेह के आधार पर रवि देवड़ा पिता स्व. कालूराम देवडा निवासी ग्राम मुडका से पूछताछ की गई तो रवि द्वारा जमीन विवाद को लेकर अपने साथी अनिल, गजराज, सुनिल तथा सुनिल के दोस्त के साथ मिलकर हुकुम सिंह को 20 अगस्त की रात करीब 10 बजे इटावा तरफ से अपनी मोटर साइकिल से आते समय उज्जैन रोड ब्रिज पर आरोपी रवि देवड़ा द्वारा स्वयं की लाल रंग की शेवरलेट स्पार्क कार MP-09-CE-7204 में बैठाकर अपने साथियों के साथ मिलकर हुकुम सिंह सोलंकी के मुंह में गमछा ठूसकर, गले को रस्सी व बेल्ट से दबाकर हत्या कर दी गई एवं मृतक हुकुम सिंह का शव उसकी मोटर साइकिल को छुपाने की नियत से सिया घाट के जंगल वन विभाग सिया चौकी के पास घाट की खाई में फेंकना बताया था। टीम के द्वारा 300 फीट नीचे खाई में रस्सी की मदद से पहुंचकर मृतक हुकुम सिंह का शव, मोटर साइकिल, रस्सी, बेल्ट, गमछा बरामद किया।
सभी आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया
देवास पुलिस अधीक्षक शिवदयाल सिंह ने बताया कि हुकुम सिंह सोलंकी बीएनपी से रिटायर्ड कर्मचारी थे। उनके पुत्र द्वारा गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी जांच में पाया की इनकी किसी ने हत्या कर दी है। जब शख्ती से पूछताछ की गई तो रवि देवड़ा ने अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपी रवि ने बतया कि जमीन अपने नाम करने को लेकर उज्जैन रोड ब्रिज से अपहरण करके कुसमानिया घाट पर ले गए। पहले मृतक का गला घोटकर हत्या की, फिर घाट पर नीचे बाइक और शव को आरोपियों ने फेक दिया था। अवैध संबंध की बात भी सामने आई है