छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने की लगातार घटनाएं हो रही है। शनिवार को जांजगीर-चांपा जिले में आकाशीय बिजली (गाज) गिरने की घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई। वहीं 23 भेंड़ भी गाज की चपेट में आ गईं।
छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने की लगातार घटनाएं हो रही है। शनिवार को जांजगीर-चांपा जिले में अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली (गाज) गिरने की घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई। वहीं गंभीर रूप से घायल 2 महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पामगढ़ क्षेत्र में पेड़ के नीचे खड़ीं 23 भेड़ भी गाज की चपेट में आने से मारी गई हैं, जबकि चरवाहा बाल-बाल बच गया। किसान ने पामगढ़ थाने जाकर भेड़ों के मौत की सूचना दी और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 5 लोगों की मौत से परिवार में मातम पसरा है।
मिली जानकारी के मुताबिक जांजगीर-चांपा जिले के सिवनी गांव में खेत में काम कर रहे एक ही परिवार के लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। विजय कुमार राठौर (45 वर्ष) की मौत हो गई। उसकी पत्नी धनेश्वरी राठौर (38 वर्ष) और मां श्याम कुमारी राठौर (55 वर्ष) गंभीर रूप से झुलस गईं। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं देवकिरारी गांव में श्याम कुमारी यादव (18 वर्ष) और अनिल यादव (35 वर्ष) की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई है। सभी खेत में काम कर रहे थे। चोरभट्ठी गांव में दिलीप कुमार (55 वर्ष) की मौत खेत से लौटते वक्त हुई है। अकलतरा क्षेत्र के मुधवा गांव निवासी महेश राम डोंगरे (55 वर्ष) की मौत गाज की चपेट में आने से हो गई। वह अपने बेटा, भतीजा और भाई के साथ खेत में काम कर रहा था।
पेड़ के नीचे खड़ा चरवाहा बाल-बाल बचा
पामगढ़ क्षेत्र के सेमरिया गांव का चरवाहा किसान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से बाल-बाल बच गया। वह 70 भेड़ों को चराने गया था। अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने भेड़ों को लेकर वह पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। आकाशीय बिजली गिरने से 23 भे़ड़ों की मौत हो गई। चरवाहा भेड़ से कुछ दूरी पर था, इसलिए वह बाल-बाल बच गया। बड़ी संख्या में भेड़ों की मौत से किसान को भारी नुकसान हुआ है। उसने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। इधर मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इस दौरान दक्षिण छत्तीसगढ़ भारी बरसात की संभावना है।
बिजली गिरने से लगातार हो रही मौतें
बता दें कि 29 जुलाई को महासमुंद जिले में गाज गिरने से 5 लोगों की मौत हुई थी। मृतकों में 2 बच्चियां और 3 महिलाएं शामिल थीं। जबकि 6 महिलाएं झुलस गई थीं। 28 जुलाई को जशपुर में गाज गिरने से 2 लोगों की मौत हुई थी। 3 अगस्त को पामगढ़ थाना क्षेत्र बारगांव में गाज गिरने से 2 महिलाओं की मौत हो गई थी। 19 जून को गरियाबंद, मुंगेली बलौदाबाजार और पेंड्रा-मरवाही में 5 लोगों की मौत हुई थी। 29 जून को जशपुर जिले के सन्ना क्षेत्र के साप्ताहिक बाजार में वज्रपात हुआ था, जिसमें 3 लोगों की मौत हुई थी। मई माह में बगीचा थाना अंतर्गत सुलेसा बुर्जुडीह के साप्ताहिक बाजार में गाज गिरने से 3 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में आकाशीय बिजली की घटनाएं अभी ज्यादा हो रहीं है।