साल 2014 में आई फिल्म ‘एक विलेन’ का सीक्वल ‘एक विलेन रिटर्न्स’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में अर्जुन कपूर, जॉन अब्राहम, दिशा पाटनी और तारा सुतारिया हैं। निर्देशन मोहित सूरी ने किया है।
कलाकार: अर्जुन कपूर, जॉन अब्राहम, दिशा पाटनी और तारा सुतारिया
निर्देशक: मोहित सूरी
साल 2014 में आई फिल्म ‘एक विलेन’ का सीक्वल ‘एक विलेन रिटर्न्स’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में अर्जुन कपूर और जॉन अब्राहम हैं। फिल्म शुरू होने के साथ ही वो अपने एक्शन अवतार में आ जाते हैं। मेट्रो में फाइट, पुरानी बिल्डिंग में फाइट, व्यस्त सड़क पर फाइट लेकिन ये फाइट क्यों हो रहा है यह समझ नहीं आता। फिर दो सुंदर लड़कियां दिशा पाटनी और तारा सुतारिया स्क्रीन पर आती हैं।
क्या है कहानी
गौतम (अर्जुन कपूर) एक अमीर बिगड़ैल लड़का है। उसका आरवी (तारा सुतारिया) के साथ लव-हेट जैसा रिलेशनशिप चल रहा है। आरवी जो कि कॉन्सर्ट में मंच पर गाती दिखती हैं। अब कहानी का दूसरा हिस्सा शुरू होता है जहां एक कम बोलने वाला टैक्सी ड्राइवर (जॉन अब्राहम) रसिका (दिशा पाटनी) के प्यार में पड़ जाता है जो कि एक बड़े स्टोर में सेल्सगर्ल है। फिल्म की कहानी में अभी यह साफ नहीं है कि विलेन कौन है और हीरो कौन है। पीला मास्क वापस लौटता है। एक सीरियल किलर जवान लड़कियों की हत्या कर रहा है। इसके पीछे कौन है, इसका पता आपको फिल्म देखने के बाद पता चलेगा।
मोहित सूरी का ढीला निर्देशन
‘एक विलेन’ सुपरहिट फिल्म थी। उसके गाने भी खूब चले। फिल्म में रितेश देशमुख विलेन की भूमिका मे जचे थे। जब आप ‘एक विलेन रिटर्न्स‘ देखते हैं तो रितेश की कमी खलती है। फिल्म का आधा घंटा बीत जाने के बाद भी कई सवालों के जवाब नहीं मिल पाते। जैसे गौतम और आरवी कैसे मिले थे? उन्हें प्यार कैसे हुआ?उन्होंने अपने रास्ते अलग कर लिए? कहानी में कुछ भी साफ नहीं होता। दूसरी तरफ भैरव जो टैक्सी चला रहा है उसके बारे में बस दिखाया गया कि वह रसिका के प्यार में पागल है। मोहित सूरी ने एक सिंपल सी कहानी को इतना उलझा दिया है कि आखिर तक आपको समझ नहीं आता कि आखिर क्यों?
कैसी है एक्टिंग
फिल्म के कलाकारों के परफॉर्मेंस की बात करें तो ट्रेलर देखकर ही साफ हो गया कि तारा सुतारिया और दिशा पाटनी का फिल्म में बहुत ज्यादा रोल नहीं है। वो कुछ गानों और ग्लैमर के लिए होती हैं। फिल्म में दिशा पाटनी की हंसी से एक वक्त के बाद सिरदर्द होने लगता है। तारा ने कोशिश काफी की लेकिन स्क्रिप्ट की वजह से उनके हाथ में ज्यादा कुछ था नहीं। जॉन अब्राहम से और अच्छे अभिनय की उम्मीद थी। सभी कलाकारों में अर्जुन कपूर भारी पड़े हैं। उन्होंने अच्छा अभिनय किया है। सपोर्टिंग कास्ट में एक्टर जेडी चक्रवर्ती और शाद अली भी हैं। फिल्म के गानों में से एक भी ऐसा नहीं है जो यादगार हो।
क्यों देखें फिल्म
128 मिनट लंबी फिल्म जब खत्म होती है तो आप शुक्रिया करते हैं कि यह बहुत लंबी नहीं थी और सिनेमाहॉल की सीट पर ज्यादा नहीं बैठना पड़ा। फिल्म अपनी कहानी से मात खा जाती है। हर फ्लैशब्लैक के साथ इसे समझना और मुश्किल होता जाता है। अगर आप दिमाग को घर पर रखकर फिल्म देखना चाहते हैं तभी यह देख सकते हैं।