India vs West Indies ODI Series टीम इंडिया के मध्य क्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर के लिए काफी अहम है, क्योंकि मार्च 2021 में जब उनको चोट लगी थी तो वे उस समय तक टीम के प्रमुख खिलाड़ी थे।
मार्च 2021 तक दाएं हाथ के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर टीम इंडिया के प्रमुख खिलाड़ियों में शामिल थे। वे सीमित ओवरों की क्रिकेट में मध्य क्रम में अपना दमखम दिखा रहे थे, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ मार्च 2021 में उनको चोट लगी और वे टीम से बाहर हो गए। श्रेयस अय्यर का शोल्डर डिस्लोकेट हो गया था, जिसकी उन्होंने सर्जरी कराई और लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहे। हालांकि, 6 महीने के बाद क्रिकेट के मैदान पर उन्होंने वापसी की।
श्रेयस अय्यर ने मैदान पर वापसी तो की, लेकिन वो सम्मान उनको मिल नहीं पाया, जो उन्होंने पिछले दो साल में कमाया था। पहले तो दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी उनसे छिनी और फिर टीम इंडिया में जगह भी मिली तो वे टी20 वर्ल्ड कप 2021 के लिए रिजर्व के तौर पर शामिल हुए। हालांकि, अगली सीरीज में उनको मौका मिला, लेकिन बल्ला खामोश ही नजर आया, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ तीन टी20 मैचों में उन्होंने नाबाद तीन अर्धशतक जड़े।
श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज में 200 से ज्यादा रन बिना आउट हुए बनाकर शायद श्रेयस अय्यर को लग रहा होगा कि उनको जो चाहिए था, मिल गया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। साउथ अफ्रीका के खिलाफ चार मैच खेलने को मिले, लेकिन इसके बाद वे टीम से बाहर ही रहे। इंग्लैंड के खिलाफ भी एक ही मैच खेल पाए। यहां तक कि वनडे सीरीज में उनको प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठना पड़ा, क्योंकि संयोजन ही कुछ ऐसा था।
ऐसे में वेस्टइंडीज के खिलाफ 22 जुलाई से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज श्रेयस अय्यर के करियर के लिए काफी अहम है। एक बात को निश्चित है कि श्रेयस अय्यर को सभी तीन मैच खेलने को मिलेंगे, लेकिन अगर वे तीन मैचों में कमाल नहीं दिखा पाते हैं तो फिर उनकी मुसीबतें बढ़ जाएंगी, क्योंकि बेंच पर बैठे खिलाड़ी दमदार लय में हैं। आने वाले समय में भारत को कई बड़े टूर्नामेंट (एशिया कप, टी20 वर्ल्ड कप और अगले साल वनडे वर्ल्ड कप) खेलने हैं और ऐसे में श्रेयस अय्यर अगर यहां फ्लॉप होते हैं तो फिर उनके लिए प्लेइंग इलेवन में जगह बनाना कठिन हो जाएगा।