कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को ED द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर कांग्रेसियों में भारी आक्रोश है। रायपुर के ED दफ्तर में कांग्रेसी प्रदर्शन करेंगे और मोदी सरकार पर हमला बोलेंगे।
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समन के विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस रायपुर के ईडी दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन करेगी। प्रदर्शन में प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी तथा हजारों की संख्या में कांग्रेसजन शामिल होंगे। ईडी दफ्तर घेराव में शामिल होने प्रदेशभर के कांग्रेसी नेता राजधानी पहुंच गए हैं। प्रदेश कांग्रेस की बैठक में 21 और 22 जुलाई को विरोध-प्रदर्शन की रणनीति बनी थी। 21 जुलाई को जब दिल्ली में सोनिया गांधी ED दफ्तर जाएंगी कांग्रेस राजधानी में एजेंसी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करेगी। 22 जुलाई को जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन होगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि ईडी भाजपा की एजेंट की तरह काम कर रही है। ईडी की भूमिका मोदी सरकार में भाजपा की प्रचार-प्रचार तंत्र के अलावा कुछ नहीं है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, जनता से जुड़े सवाल मोदी सरकार से सवाल पूछते हैं। सवाल का जवाब देने से बचने मोदी सरकार ईडी का नोटिस भेजती है। मजदूरों, गरीबों, किसानों और युवाओं की आवाज को दबने नहीं दिया। मोदी सरकार, ईडी और पुलिस के माध्यम से विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है। कांग्रेस इसका डटकर मुकाबला करेगी। कांग्रेसी डरने वाले नहीं हैं।
ट्वीट कर कहा- कांग्रेसी डरने वाले नहीं
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कई ट्वीट भी किए हैं। जिसमें उन्होंने लिखा है गांधी परिवार से तो अंग्रेज भी डरते थे। भाजपा तो अंग्रेजों की विचारधारा वाले हैं इनका तो डरना स्वभाविक है। भाजपा की यह रंजिश की राजनीति सफल नहीं होगी। मोदी सरकार और भाजपा यह अच्छे से जान ले कि कांग्रेस के चरित्र में ना माफ़ी मांगना है और ना ही डरना। सत्य न कभी बदलता है, न कभी छुपता है और ना ही कभी झुकता है। ना कभी झुके थे, ना कभी झुकेंगे। सत्यमेव जयते…।
बता दें कि नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने राहुल गांधी से लगातार 5 दिनों तक पूछताछ की थी, जिसका देशभर में कांग्रेस ने विरोध किया था। सीएम भूपेश बघेल सहित छत्तीसगढ़ के 71 विधायकों व नेताओं ने दिल्ली में प्रदर्शन किया था। सीएम भूपेश बघेल को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन्हें रास्ते में घंटों रोक दिया गया था। कांग्रेस के नेताओं को पार्टी के दफ्तर में भी घुसने नहीं दिया गया था। दिल्ली में कई दिनों तक इस मामले को लेकर सड़क पर हंगामा हुआ था। अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाया गया है, जिसका कांग्रेस के नेता विरोध कर रहे हैं।