कांग्रेस नेता TS सिंहदेव द्वारा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छोड़ने के बाद प्रदेश सरकार ने अब इसकी जिम्मेदारी मंत्री रविंद्र चौबे को सौंप दी है। छत्तीसगढ़ के राजपत्र में इसका प्रकाशन कर दिया गया है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव ‘बाबा’ द्वारा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छोड़ने के बाद प्रदेश सरकार ने अब इसकी जिम्मेदारी मंत्री रविंद्र चौबे को सौंप दी है। छत्तीसगढ़ के राजपत्र में इसका प्रकाशन भी कर दिया गया है। रविंद्र चौबे के पास अब पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अलावा संसदीय कार्य, कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन की जिम्मेदारी है। टीएस सिंहदेव के पास अब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीस सूत्रीय कार्यान्वयन, वाणिज्यिक कर (जीएसटी) का प्रभार रहेगा।
बता दें कि 16 जुलाई को टीएस सिंहदेव ने 4 पन्नों का पत्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेजकर पंचायत विभाग की जिम्मेदारी से खुद को अलग कर लिया था। इस पत्र के सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया। टीएस सिंहदेव ने पत्र में 8 लाख प्रधानमंत्री आवास, पंचायत विभाग में दखलांदाजी, बगैर उनकी सहमति फैसले लेने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। पंचायत मंत्री का पद छोड़ने के साथ सिंहदेव ने यह कहते हुए खलबली मचा दी है कि उनके धैर्य की परीक्षा ली जा रही है। छत्तीसगढ़ के इस सियासी हालात की गूंज दिल्ली दरबार तक पहुंच गई है। सिंहदेव खुद दिल्ली में डटे हुए हैं।
टीएस सिंहदेव के रूख से कांग्रेस में बवाल
सीएम भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव के समर्थक खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। विधायकों ने सिंहदेव पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए हाईकमान को पत्र भेजा है। सिंहदेव के मुद्दे पर बुधवार और गुरुवार को विधानसभा के मॉनसून सत्र में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। सिंहदेव के विभागों से संबंधित जानकारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने दिया तब विपक्षियों ने यह पूछा कि क्या टीएस सिंहदेव का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। इस मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। प्रदेश में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री को लेकर भी काफी हंगामा हो चुका है।