पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी विवाद को लेकर एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि भारत को लेकर कुछ गलत बातें फैलाई गई हैं जो वास्तविकता से बहुत दूर हैं।
पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की विवादित टिप्पणी के बाद उपजे विवाद को लेकर एनएसए अजीत डोभाल का बयान आया है। उन्होंने कहा कि इस विवाद ने भारत की प्रतिष्ठा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभावित किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ मंगलवार (21 जून, 2022) को अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने ये बातें कही हैं।
उन्होंने कहा कि भारत को लेकर कुछ गलत बातें फैलाई गई हैं जो वास्तविकता से बहुत दूर हैं। इस मामले में खाड़ी देशों की तरफ से जताई गई नाराजगी को लेकर उन्होंने कहा कि हमें उनसे बात करने और उन्हें मनाने की जरूरत है। एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि जब लोग भावनात्मक रूप से उत्तेजित हो जाते हैं, तो उनका व्यवहार थोड़ा असंगत होता है, लेकिन हमने संबंधित लोगों के साथ बातचीत की है और हम उन्हें समझाने में सफल रहे हैं।
अफगानिस्तान में सिखों पर हमले को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
अफगानिस्तान में एक सिख धर्मस्थल पर हुई बमबारी को डोभाल ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि भारत उस देश में अल्पसंख्यकों को हर तरह की मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमने बड़ी संख्या में सिखों को वीजा दिया है और जैसे ही उड़ानें उपलब्ध होंगी, उन्हें यहां लाया जाएगा। हमारी सहानुभूति उनके साथ है और यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। हमने वहां के सिखों और हिंदुओं को आश्वासन दिया है कि भारत अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेगा।”
वहीं, कश्मीर में टारगेट किलिंग को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार इससे निपट रही है। उन्होंने कहा कि 2019 के बाद लोगों का मूड बदला है, कुछ लोग हैं जो गुमराह हो रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में वहां की स्थिति को नियंत्रण में लाया जाएगा। कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वहां उन्हें सुरक्षा की जरूरत है। सरकार ने पहले काफी कुछ किया है और शायद अभी और भी बहुत कुछ करना है। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा नहीं दे सकेगी इसलिए सबसे अच्छा यह है कि हम आतंकवादियों के खिलाफ आक्रामक हो जाएं।
डोभाल ने यह भी कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन सिर्फ अपनी शर्तों पर। उन्होंने कहा, “अपने पड़ोसी देशों के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं, जिसमें पाकिस्तान भी शामिल है। हम उनके साथ अच्छे संबंध बनाना चाहेंगे, लेकिन निश्चित रूप से आतंकवाद को कतई सहन नहीं किया जाएगा।”
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध पर डोभाल ने कहा, “चीन के साथ हमारा लंबे समय से क्षेत्रीय विवाद है। हमने चीन को अपना इरादा स्पष्ट कर दिया है। वे जानते हैं कि हम किसी भी तरह की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। कुछ अप्रिय घटनाएं हुई हैं। हम बातचीत के जरिए कुछ मुद्दों को सुलझाने में सफल रहे हैं। कुछ चीजें हैं जो अभी भी उलझी हैं, उनके लिए हम प्रयास जारी रखेंगे। साथ ही, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सतर्क रहें और अपनी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम हों।”