माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही तीर्थयात्रियों से भरी बस में कटरा में आग लग गई थी। इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि, 22 घायल हो गए थे। इससे पहले चडूरा में राहुल भट्ट की हत्या कर दी गई थी।
जम्मू और कश्मीर में जारी हिंसक घटनाओं के बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा दिल्ली पहुंच गए हैं। साथ ही खबर यह भी है कि गृहमंत्री अमित शाह भी केंद्र शासित प्रदेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक कर सकते हैं। इसके अलावा सरकार और सुरक्षाबल सोमवार से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा को लेकर भी अलर्ट नजर आ रहे हैं।
न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, सिन्हा दिल्ली पहुंच गए हैं और संभावना है कि वह कुछ दिन राजधानी में ही रहेंगे। वहीं, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह भी जम्मू और कश्मीर के दिवसीय दौरे पर हैं। सिंह अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया शाह अमरनाथ यात्रा से पहले उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक कर सकते हैं। साथ ही वह इस सप्ताह जम्मू और कश्मीर में कानून-व्यवस्था पर भी चर्चा कर सकते हैं।
गुरुवार को माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही तीर्थयात्रियों से भरी बस में कटरा में आग लग गई थी। इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि, 22 घायल हो गए थे। वहीं, इससे पहले चडूरा में तहसील दफ्तर में काम करने वाले राहुल भट्ट की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। न्यूज18 ने खुफिया सूत्रों के हवाले से लिखा कि यह घटना आतंकी हमला थी। रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने यह भी कहा कि बस में धमाके के लिए स्टिकी बॉम्ब का इस्तेमाल किया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने दावा किया है कि अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। साथ ही पहले से तय के मुकाबले ज्यादा सैनिक भी तैनात किए जाएंगे। खबर है कि CRPF डीजी जमीनी हालात का जायजा लेने के बाद अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देंगे। वह सोमवार शाम दिल्ली पहुंच सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, संभावना है कि सरकार वैष्णो देवी मंदिर में भी अतिरिक्त सैनिक तैनात कर सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, बीते कुछ दिनों से कई इंटेलीजेंस इनपुट्स आ रहे हैं, जिनमें ये संकेत हैं कि आतंकी संगठन मंदिरों, कश्मीरी पंडितों और जम्मू और कश्मीर में रह रहे प्रवासियों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इनपुट्स यह भी बता रहे हैं कि आतंकी संगठनों ने जम्मू में आक्रामक होकर काम करना शुरू कर दिया है, जो जम्मू और कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों के लिए चुनौती बन रहा है।