इस महीने के अंत तक या अगले महीने जून से टेलीविजन, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर यानी फ्रिज जैसे घरेलू उपकरणों और कंज्यूमर्स इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की कीमतों में 3 से 5 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है। अब इसका असर आम जनता की जेब पर पड़ सकता है। इंडस्ट्रीज जानकारों के मुताबिक, इस महीने के अंत तक या अगले महीने जून से टेलीविजन, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर यानी फ्रिज जैसे घरेलू उपकरणों और कंज्यूमर्स इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की कीमतों में 3 से 5 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
इंडस्ट्री सूत्रों के मुताबिक, रुपया के कमजोर होने और महंगाई बढ़ने के चलते मैन्युफैक्चरिंग काॅस्ट में जबरदस्त वृद्धि हुई है। इसकी भरपाई के लिए कंपनियां यह ग्राहकों पर डालने को मजबूर हैं। सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट से मैन्युफैक्चरिंग की परेशानी बढ़ी है क्योंकि आयातीत कलपुर्जे महंगे हो गए हैं और यह उद्योग महत्वपूर्ण कलपुर्जों के लिए आयात पर बहुत अधिक निर्भर करता है।
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स एवं उपकरण विनिर्माता संघ (सिएमा) ने कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आने से उद्योग के लिए परेशानियां बढ़ गई हैं।
क्या कहते हैं मार्केट जानकार?
सिएमा के अध्यक्ष एरिक ब्रेगेंजा ने कहा, ‘‘कच्चे माल की कीमतें पहले से बढ़ रही हैं और अब अमेरिकी डॉलर मजबूत हो रहा है तो रुपया कमजोर, ऐसे में सभी विनिर्माताओं को न्यूनतम लाभ का अनुमान है। जून के बाद से कीमतें तीन से पांच फीसदी बढ़ेंगी।’’ यह मूल्यवृद्धि वॉशिंग मशीन से लेकर एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर तथा अन्य घरेलू उपकरणों पर होगी। कुछ एसी विनिर्माता मई में ही कीमतें बढ़ा चुके हैं, बाकी के इस महीने के अंत या जून में दाम बढ़ाएंगे।
पैनासॉनिक इंडिया ने कहा
पैनासॉनिक इंडिया और दक्षिण एशिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मनीष शर्मा ने कहा कि लागत का दबाव लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, कंपनी प्रयास कर रही है कि उपभोक्ताओं पर इसका कम से कम असर हो। उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार मूल्यवृद्धि जनवरी, 2022 में की गई थी। हालांकि, जिंसों की बढ़ती कीमतों के चलते विभिन्न उत्पादों की कीमतें चार से पांच फीसदी तक बढ़ाई जा सकती हैं।
हायर अप्लायंसेज इंडिया के अध्यक्ष सतीश एन एस ने कहा कि शंघाई में लॉकडाउन के कारण कलपुर्जों की आपूर्ति बाधित हुई है जिसका असर जून से दिखना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘एसी और फ्लैट पैनल वाले टीवी पर बहुत असर रहेगा, जबकि रेफ्रिजरेटर पर इसका कम प्रभाव पड़ेगा।’’