पंजाब सरकार ने शिक्षकों को आयोजन स्थल पर पहुंचने के लिए एसी बस की व्यवस्था की थी। राज्य के शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने कहा कि यह बैठक शिक्षकों के सुझाव जानने के लिए बुलाई थी।
शिक्षकों की जिम्मेदारी बच्चों को केवल पढ़ाना नहीं, बल्कि नियम और अनुशासन सिखाना भी है। ऐसे में जब शिक्षक खुद ही इन बातों को भूलकर काम करें, तो चर्चाएं शुरू हो जाती हैं। पंजाब में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जो सभी की जुबां पर है। यहां मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यक्रम के बाद शिक्षक मुफ्त के भोजन पर टूट पड़े। पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
एनडीटीवी के अनुसार, सीएम मान ने पंजाब के एक रिजॉर्ट में सरकारी शिक्षकों और प्रधानाचार्यों की एक बैठक बुलाई थी। सीएम ने स्कूली शिक्षा का स्तर सुधारने के संबंध में यह मीटिंग की थी। लेकिन जैसे ही बैठक खत्म हुई, शिक्षक भोजन के लिए बढ़ गए। वीडियो में नजर आ रहा है कि किस तरह से प्लेट हासिल करने के लिए जद्दोजहद चल रही है। लाइव हिंदुस्तान वीडियो की प्रामणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
खास बात है कि पंजाब सरकार ने शिक्षकों को आयोजन स्थल पर पहुंचने के लिए एसी बस की व्यवस्था की थी। राज्य के शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने कहा कि यह बैठक शिक्षा व्यवस्था सुधारने में शिक्षकों के सुझाव जानने के लिए बुलाई गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,सीएम मान ने शिक्षकों को सुझाव देने के लिए ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के पारंपरिक तरीके को बदलने, डिजिटल तौर पर मजबूत करने और पेपरलैस बनाने के लिए शिक्षकों को इस पोर्टल के जरिए उपाय ऑनलाइन भेजने चाहिए।
खास बात है कि आम आदमी पार्टी के नेता यह कह चुके हैं दिल्ली के शिक्षा मॉडल को पंजाब में लागू किया जाएगा।