इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों अपनी सऊदी अरब यात्रा के दौरान मदीना की मस्जिद-ए-नवबी पहुंचा था। यहां शहबाज शरीफ और अन्य पाकिस्तानी मंत्रियों को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। मस्जिद में घुसते ही भीड़ पाकिस्तानी डेलिगेशन के खिलाफ चोर-चोर के नारे लगाने लगी। शहबाज शरीफ के खिलाफ नारेबाजी अब इमरान खान के लिए मुसीबत बन गई है। फैसलाबाद में इमरान खान और उनके पांच साथियों के खिलाफ ईशनिंदा का मामला दर्ज हुआ है।
खबरों की मानें तो इमरान खान अब किसी भी वक्त गिरफ्तार हो सकते हैं। पाकिस्तानी गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि मदीना एक पवित्र जगह है और ऐसी जगह पर नारेबाजी करना ऐसा जुर्म है जिसे माफ नहीं किया जा सकता। सऊदी अरब भी इमरान खान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकता है। फैसलाबाद में इमरान खान के अलावा शहबाज गिल, फवाद चौधरी, कासिम सूरी, शाहबजादा जहांगीर खान, अनील मुसर्रत और शेख रशीद के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
पांच से आठ साल के लिए जा सकते हैं जेल
इमरान खान और उनके सहयोगियों को इन आरोपों में 5-8 साल की सजा और बड़ा जुर्माना भरना पड़ा सकता है। इससे पहले इमरान खान ने मस्जिद-ए-नबवी में नारेबाजी से खुद को अलग कर लिया था। शनिवार को मीडिया में आई एक खबर के मुताबिक, इमरान खान ने कहा कि वह किसी को पाक मस्जिद में नारेबाजी करने के लिए कहने के बारे में सोच भी नहीं सकते। ‘एआरवाई न्यूज’ को दिए इंटरव्यू में खान ने कहा कि ऐसा पहली बार है, जब उनकी सरकार को अपदस्थ करने का विरोध जताने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप में रहने वाले अप्रवासी पाकिस्तानी खुलकर सामने आ गए हैं।
इमरान बोले- यह आम जनता की प्रतिक्रिया है
सामने आए इंटरव्यू के एक हिस्से में इमरान खान ने कहा, ‘यह आम जनता की प्रतिक्रिया है। हम उन्हें बाहर (विरोध के लिए) आने के लिए नहीं कह रहे।’ उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ था, उसे लेकर उनमें रोष है जिसे जाहिर करने के लिए वे सामने आ रहे हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान के नवनियुक्त प्रधानमंत्री शरीफ एक प्रतिनिधिमंडल के साथ सऊदी अरब की तीन दिवसीय यात्रा पर थे। प्रतिनिधिमंडल में बिलावल भुट्टो-जरदारी भी शामिल थे। पद संभालने के बाद शरीफ की यह पहली विदेश यात्रा थी।