प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘‘चुनाव जीतने से पहले लोगों का दिल जीतना जरूरी है. लोगों की बुद्धिमता को कम आंकना सही नहीं है. अगर विपक्षी दलों ने राजनीतिक स्वार्थ के बजाये सेवाभाव को सर्वोपरि रखा होता, सेवाभाव को ही अपना काम समझा होता तो देश की बहुत बड़ी आबादी अभाव में, मुसीबतों में, तकलीफों न रहती.”
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि हालिया विधानसभा चुनाव के नतीजों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ‘मोदी की गारंटी’ में दम है और कुछ राजनीतिक दल यह नहीं समझते कि ‘झूठी घोषणाएं’ करने से उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा. ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनाव जीतने से पहले लोगों का दिल जीतना जरूरी है और लोगों की बुद्धिमता को कम आंकना सही नहीं है.
प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि अगर उन्होंने स्वार्थ के बजाय सेवाभाव को सर्वोपरि रखा होता तो देश की बहुत बड़ी आबादी अभाव, मुसीबतों व तकलीफों में नहीं रहती.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ‘माई-बाप’ सरकार नहीं है, बल्कि माता-पिता की सेवा करने वाली सरकार है. जिस तरह एक बच्चा अपने माता-पिता की सेवा करता है, उसी तरह यह मोदी आपकी सेवा के लिए काम करता है.”
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मोदी गरीबों, वंचितों की परवाह करता है, जिनकी किसी को परवाह नहीं थी. जिनके लिए कार्यालयों के दरवाजे बंद कर दिए गए थे, मोदी न केवल उनकी देखभाल करता है, बल्कि वह उनकी पूजा करता है. मेरे लिए हर गरीब वीआईपी है, हर मां, बेटी, बहन वीआईपी है, हर किसान वीआईपी है, हर युवा वीआईपी है.”
उन्होंने कहा कि लेकिन सवाल यह है कि देश उन लोगों पर भरोसा क्यों नहीं करता जो हमारा विरोध करते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘कुछ राजनीतिक दलों को समझ नहीं आ रहा है कि वे झूठी घोषणाएं करके कुछ हासिल नहीं कर पाएंगे. चुनाव लोगों के बीच जाकर जीते जाते हैं, सोशल मीडिया पर नहीं.”
उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव जीतने से पहले लोगों का दिल जीतना जरूरी है. लोगों की बुद्धिमता को कम आंकना सही नहीं है. अगर विपक्षी दलों ने राजनीतिक स्वार्थ के बजाये सेवाभाव को सर्वोपरि रखा होता, सेवाभाव को ही अपना काम समझा होता तो देश की बहुत बड़ी आबादी अभाव में, मुसीबतों में, तकलीफों न रहती.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में हाल में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों की आज भी बहुत चर्चा हो रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘इन चुनाव के नतीजों ने साफ कर दिया है कि मोदी की गारंटी में ही दम है. मैं सभी मतदाताओं का आभारी हूं, जिन्होंने मोदी की गारंटी पर भरोसा किया.”
‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को जरूरतमंदों तक पहुंचने का बहुत बड़ा माध्यम बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुत ही कम समय में अब तक सवा करोड़ से अधिक लोग ‘मोदी की गारंटी’ वाली गाड़ी तक पहुंचे हैं और उसका स्वागत किया है, उससे जुड़ने की कोशिश की है और उसे सफल बनाने का काम किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘पहले जो भीख मांगने की मन:स्थिति रहती थी अब वह चली गई. सरकार ने जरूरतमंदों की पहचान की और फिर उन तक लाभ पहुंचाने के लिए कदम उठाए। तब ही आज लोग कहते हैं- मोदी की गारंटी यानी, गारंटी पूरी होने की गारंटी.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ वाली गाड़ी पहुंचने के बाद लगभग एक लाख नए लाभार्थियों ने उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन के लिए आवेदन किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘इस यात्रा के दौरान मौके पर ही 35 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड भी दिए गए हैं.”
उन्होंने कहा कि सरकार की लगातार कोशिश है कि जब मोदी की गारंटी वाली गाड़ी पहुंचे तो गांव का हर एक व्यक्ति उस गाड़ी तक जरूर पहुंचना चाहिए, तभी हर लाभार्थी तक पहुंचा जा सकेगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ वाली गाड़ी को लेकर जो उत्साह गांव-गांव में दिख रहा है वह अपने आप में अद्भुत है.
उन्होंने कहा कि देश भर के गांवों में करोड़ों परिवारों को केंद्र सरकार की किसी न किसी योजना का लाभ जरूर मिला है.
उन्होंने कहा, ‘‘और जब यह लाभ मिलता है तो एक विश्वास बढ़ता है। जिंदगी जीने की एक नई ताकत आ जाती है.
इस कार्यक्रम में देश भर से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के हजारों लाभार्थी वर्चुअल रूप से शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान पूरे देश से 2,000 से अधिक वैन, हजारों कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) और सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) भी जुड़े.
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधि भी शामिल हुए.
‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं को शत-प्रतिशत पूरा करने के लक्ष्य के साथ शुरू की गई हैं ताकि सभी लक्षित लाभार्थियों तक समयबद्ध तरीके से इन योजनाओं का लाभ पहुंचना सुनिश्चित किया जा सके.