ओडिशा स्थित डिस्टिलरी समूह और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ आयकर विभाग की छापेमारी के बाद ‘‘बेहिसाब’’ नकदी की जब्ती 290 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है.
जम्मू:
भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई ने ओडिशा में भारी मात्रा में ‘‘बेहिसाब” नकदी की बरामदगी को लेकर शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने साहू का पुतला भी जलाया. ओडिशा स्थित डिस्टिलरी समूह और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ आयकर विभाग की छापेमारी के बाद ‘‘बेहिसाब” नकदी की जब्ती 290 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है. यह किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में ‘‘अब तक का सबसे अधिक” काला धन पकड़ा गया है.
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि साहू से जुड़े परिसरों को भी तलाशी के हिस्से के रूप में कवर किया गया. कांग्रेस विरोधी नारे लगाते हुए, भाजपा कार्यकर्ता जम्मू के मध्य में प्रेस क्लब के बाहर एकत्र हुए और शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया.
झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद का पुतला फूंकते हुए उन्होंने साहू को तुरंत गिरफ्तार करने की भी मांग की. प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के उपाध्यक्ष युद्धवीर सेठी और केंद्र शासित प्रदेश में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रमुख अरुण प्रभात ने किया.
सेठी ने कहा, ‘आयकर विभाग द्वारा बेहिसाब नकदी की बरामदगी ने कांग्रेस नेताओं द्वारा की गई लूट का पर्दाफाश कर दिया…प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीति यह सुनिश्चित करेगी कि देश से लूटा गया एक-एक पैसा ऐसे नेताओं से वसूला जाए. उन्हें जेल भेजा जाएगा.”
युवा मोर्चा के प्रभात ने कांग्रेस नेताओं पर देश को लूटने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘यह पैसा जनता का है और इसका इस्तेमाल उनके कल्याण के लिए किया जाना चाहिए.”
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि उनका प्रशासन भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘‘शून्य सहिष्णुता” रखता है.
अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर, सिन्हा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जम्मू और कश्मीर में भ्रष्टाचार के प्रति शून्य-सहिष्णुता का दृष्टिकोण है. अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर, आइए हम ‘भ्रष्टाचार मुक्त जम्मू और कश्मीर’ बनाने के अपने संकल्प को फिर से दोहरायें.”
उन्होंने आगे कहा, ‘‘शासन में ईमानदारी, सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने और सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देने के लिए हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होना चाहिए.”