देहदान करने वालों में राजस्थान के अजमेर जिले के बाद चित्तौड़गढ़ में सबसे ज़्यादा आवेदन मिले हैं. चित्तौड़गढ़ में महावीर इंटरनेशनल द्वारा देहदान को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का काम किया जा रहा है
चित्तौड़गढ़:
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में महावीर इंटरनेशनल द्वारा देहदान को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का काम किया जा रहा है. देहदान करने वालों में राजस्थान के अजमेर जिले के बाद चित्तौड़गढ़ में सबसे ज़्यादा आवेदन मिले हैं. महावीर इंटरनेशनल चित्तौड़गढ़ के प्रयास से देहदान करने वाले 4 लोगों की देह को भीलवाड़ा या उदयपुर के मेडिकल कॉलेज में भेजा गया है.
देश में गिनी चुनी संस्थाएं ही इस तरह के सेवा कार्य में जुड़ी हुई हैं. इस संस्था ने राजस्थान के अजमेर और चित्तौड़गढ़ जिले में लोगों को जागरूक बनाया है. संस्था के वीर प्रवीण जैन ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले में संस्था को देहदान के लिए अब तक 26 लोगों के आवेदन मिले हैं, जिनमें से 4 लोगों की मृत्यु के बाद उनकी देह को सम्बन्धित मेडिकल कॉलेज को भेज दिया गया है.
वहीं, चित्तौड़गढ़ में मेडिकल कॉलेज खुलने से यहां के छात्रों को देहदान के बाद बॉडी पर रिसर्च करने को मिलेगी. इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को शरीर के अंग ट्रांसप्लांट किए जा सकेंगे. संस्था के अध्यक्ष वीर अभय संचेती ने बताया कि देहदान के अलावा अब तक 362 लोग नेत्रदान करने का आवदेन कर चुके हैं. इनमें से मरणोपरांत के बाद नेत्रदान से 26 लोगों के जीवन में रोशनी आई है.
संस्था ने लोगों में नेत्रदान की जागरूकता के लिए सीएमएचओ कार्यालय में शुक्रवार को अतिरिक्त जिला कलेक्टर अभिषेक गोयल द्वारा नेत्रदान के पोस्टर का विमोचन करवाया. इस मौके पर 5 लोगों ने अपनी देहदान करने की घोषणा भी की, जिन्हें संस्था की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.