झारखंड में सियासी संकट के बीच छत्तीसगढ़ लाए गए विधायकों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के 5 कैबिनेट मंत्री रायपुर से रांची रवाना हो गए। सभी मंत्री चार्टर प्लेन से वापस रांची एयरपोर्ट रवाना हुए हैं।
झारखंड में सियासी संकट के बीच छत्तीसगढ़ लाए गए विधायकों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के 5 कैबिनेट मंत्री रायपुर से रांची रवाना हो गए। सभी मंत्री चार्टर प्लेन से वापस रांची एयरपोर्ट रवाना हुए हैं। झारखंड लौटने वाले मंत्रियों में डॉ. रामेश्वर उरांव, आलमगिर आलम, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख और सत्यानंद भोक्ता शामिल हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को राज्य कैबिनेट की बैठक बुलाई है। बैठक में शामिल होने के बाद सभी मंत्री फिर वापस रायपुर लौटेंगे। वहीं दूसरी ओर झारखंड से एक कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव भी रायपुर पहुंच गए हैं।
झारखंड रवाना होने से पहले रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से मंत्री आलमगिर आलम ने कहा कि झारखंड सरकार अपना काम कर रही है। मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की करनी आप सब जानते हैं। हार्स ट्रेडिंग की आशंका के बीच हमें एहतियात के तौर पर रहना पड़ रहा है। सरकार को किसी तरह का डर नहीं है। संख्या बल हमारे पास है। मंत्री आलम ने कहा कि गुरुवार को कैबिनेट की बैठक है, जिसमें शामिल होने रांची जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि अगर संकट एक-दो दिन में खत्म नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी रायपुर आ सकते हैं।
विधायकों से किसी को मिलने की इजाजत नहीं
बता दें कि झारखंड के मौजूदा राजनीतिक संकट को देखते हुए यूपीए महागठबंधन ने 32 विधायकों को रायपुर भेजा है। इंडिगो के विशेष विमान से विधायकों को 30 अगस्त की शाम रांची से रायपुर लाया गया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर सहित कुल 41 लोग रायपुर आए हैं। कांग्रेस और झामुमो के विधायकों को रायपुर के मेफेयर होटल में कड़ी सुरक्षा के बीच ठहराया गया है। किसी को भी झारखंड के विधायकों से मुलाकात की इजाजत नहीं है। बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधायकों से मुलाकात कर राजनीतिक हालातों जानकारी ली थी।