पुल के किनारे से ले जाओ मेरा बैग-जूता और छड़ी, बेटा-बेटी को फोन कर पिता ने यमुना में लगा दी छलांग

औरैया में एक पिता ने अपने बेटा और बेटी को आखिरी बार फोन कर यमुना नदी में कूदकर जान दे दी। इस आखिरी बातचीत में पिता ने सिर्फ इतना कहा कि मेरा बैग, जूता और छड़ी पुल के पास से ले जाओ।

यूपी के औरैया में एक शख्‍स ने अपने बेटा और बेटी को फोन करने के बाद यमुना नदी में छलांग लगाकर जान दे। बेटा-बेटी से आखिरी बार हुई बातचीत में इस शख्‍स ने सिर्फ इतना कहा कि मेरा बैग, जूता और छड़ी पुल के किनारे पड़ा है, आकर ले जाओ। इतना करने के बाद उन्‍होंने फोन काटा और यमुना नदी में कूदकर आत्‍महत्‍या कर ली।

बताया जा रहा है कि वह घर से दवा लेने के बहाने से निकले थे। नदी किनारे मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना देने के साथ उसे बाहर निकाला लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी। वह बीमारी के साथ केसीसी लोन न अदा कर पाने से परेशान थे। कस्बा अयाना निवासी 64 वर्षीय हरवंश सिंह मंगलवार सुबह दवा लेने कानपुर के लिए निकले तो बेटे रघुराज ने उन्हें कस्बे से ऑटो में बैठाया था। आटो भीखेपुर होते हुए जुहीखा यमुना नदी पुल पर पहुंचा तो वह उससे उतर गए। यहां से उन्होंने पहले अपनी बेटी रानी को फोन कर बताया कि वह आत्महत्या करने जा रहे हैं।

इसके बाद अपने छोटे बेटे ओमप्रकाश को फोन कर कहा कि वह यमुना में कूदकर आत्महत्या करने जा रहे हैं। उनका बैग, जूते व छड़ी जुहीखा पुल रखे हैं आकर उठा ले जाओ। फोन काटने के बाद उन्होंने यमुना नदी में छलांग लगा दी। नदी के पास बैठे हीरू निषाद, छुट्टू, विश्वजीत और बंटी बाल्मीकि ने हरवंश को छलांग लगाते देख अयाना पुलिस को सूचना दी और खुद नदी में उतरकर तलाश शुरू की।

20 मिनट की मशक्कत के बाद उनका शव यमुना से निकाला। हरवंश की मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। बड़े बेटे सुधीर सिंह ने बताया कि पिता के पास अपनी बीमारी के इलाज के लिए पैसा नहीं था। वह केसीसी लोन की वजह से ज्यादा परेशान रहते थे। मौके पर पहुंची अयाना थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष भागीरथ सिंह ने बताया कि जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *