गोरखपुर के एक स्कूल में हेडमास्टर पर शिक्षिका के साथ छेड़खानी का आरोप लगा है। जांच के बाद BSA ने हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया है। शिक्षिका का आरोप है कि हेडमास्टर 1 महीने से दबाव बना रहा था।
गोरखपुर के कैम्पियरगंज क्षेत्र के एक जूनियर हाई स्कूल में एक प्रधानाध्यापक पर उसी की स्कूल की शिक्षिका ने स्कूल में छेड़खानी और बदसलूकी का आरोप लगाया है। शिक्षिका का कहना है कि हेडमास्टर अकेले में मिलने के लिए उसपर एक महीने से दबाव बना रहा था।
वह हेडमास्टर के कमरे में उपस्थिति रजिस्टर पर दस्तखत करने गई तो उसे अकेला पाकर हेडमास्टर ने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। कमरे से किसी तरह भाग कर उसने खुद को बचाया। शिक्षिका की शिकायत पर बीईओ से जांच कराने के बाद बीएसए ने हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया है।
पीड़िता शिक्षिका ने बीएसए को बुधवार को प्रार्थना पत्र देकर कहा कि वह कैम्पियरगंज क्षेत्र के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात है। वह गोरखपुर शहर से विद्यालय में पढ़ाने जाती है। विद्यालय उसके घर से तकरीबन 62 किमी दूर है। मंगलवार को वह विद्यालय पहुंचकर प्रधानाध्यापक के कक्ष में उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने पहुंची। उसे अकेला पाकर प्रधानाध्यापक उसके साथ जबरदस्ती करने लगे। वह किसी प्रकार भाग कर कमरे से बाहर निकली। विद्यालय में उसके अलावा दो अन्य महिला शिक्षक तैनात हैं।शिक्षिका ने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि प्रधानाध्यापक उसे अकेले में मिलने के लिए एक महीने से दबाव बना रहा था। बीएसए रमेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षिका की शिकायत की जांच खंड शिक्षा अधिकारी कैम्पियरगंज से कराया गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपित प्रभारी प्रधानाध्यापक लाल बहादुर सिंह को निलंबित कर दिया गया है।