दिल्ली में आम आदमी पार्टी और उपराज्यपाल के बीच जारी जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। आप सांसद संजय सिंह ने एलजी के लीगल नोटिस को फाड़ दिया। साथ ही उनपर वेतन घोटाले का आरोप लगाया है।
आप सांसद संजय सिंह ने बुधवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की ओर से भेजे गए कानूनी नोटिस को फाड़ दिया। आप सांसद ने एलजी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, खादी ग्रामोद्योग में रहते हुए सक्सेना ने कारीगरों को नगद वेतन देने के नाम पर करोड़ों रुपये का घोटाला किया। अदालत के मना करने के बावजूद कारीगरों को नगद में भुगतान जारी रखा गया।
पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान संजय सिंह ने कहा, खादी ग्रामोद्योग में वीके सक्सेना के कार्यकाल में 4.55 लाख कारीगर थे, मगर उसमें सिर्फ 1.93 लाख का ही बैंक में खाता खुला था। बाकी 2.5 लाख से अधिक घोस्ट कर्मचारी थे, जिन्हें हर माह नगद वेतन दिया जा रहा था। बिना रिकॉर्ड के अज्ञात लोगों के नाम पर पैसा बांटा गया। वह भी तब जब पटना हाईकोर्ट ने कारीगरों के कोर्ट जाने के बाद नगद भुगतान नहीं करने का आदेश दिया था।
केंद्रीय सतर्कता आयोग ने भी अपनी जांच में इसकी पुष्टि की है। सिंह ने कहा कि आयोग ने जांच में पूछा कि जब खाते में दो से तीन लाख रुपये थे तो तीन करोड़ का चेक कैसे काट दिया। आयोग ने जब पूछा कि चेक किसने काटा तो बताया गया कि चाय गिरने से चेक खराब हो गया। आप सांसद ने कहा कि इससे साफ है कि कारीगरों के नाम पर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया। इसकी सीबीआई और ईडी जांच होनी चाहिए।
सभी घोटाले उजागर करूंगा
कानूनी नोटिस पर आप सांसद ने कहा कि भ्रष्टाचार का यह मामला किसी सामान्य व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। यह केंद्र की ओर से नियुक्त एलजी के खिलाफ है। जब हम उनके भ्रष्टाचार की पोल खोलते हैं तो हमें कानूनी नोटिस भेज दिया जाता है। भ्रष्ट व्यक्ति के नोटिस भेजने से मैं डरने और रुकने वाला नहीं हूं। ऐसे नोटिस को 10 बार फाड़ कर फेंकता हूं। मैं उनके सभी घोटाले खोलूंगा। उसकी सीबीआई ईडी से जांच की मांग भी करूंगा।