नीतीश कुमार ने कहा कि आरसीपीसी एक आईएएस अफसर थे। मैंने उन्हें अपना निजी सचिव बनाया और बाद में रुचि जताने पर राजनीति में भी लाया। जिसे हमने राजनीति सिखाई वही बीजेपी के साथ मिलकर गड़बड़ कर दिया।
बिहार का मुख्यमंत्री और जदयू के सर्वे सर्वा नीतीश कुमार दिल्ली में पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपने पुराने साथी आरसीपी सिंह का नाम सुनते ही खफा हो गए। नाराज नीतीश कुमार ने यहां तक कह दिया क्योंकि उस आदमी का नाम लेते हैं उसकी चर्चा छोड़िए उन्होंने कहा कि जिस आदमी को मैं राजनीति में लेकर आया और पार्टी में पद दिया उसी ने विरोधी दलों के साथ मिलकर मेरे खिलाफ साजिश किया उस आदमी का नाम आप लोग क्यों लेते है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्व केंद्रीय आरसीपी सिंह पूरी तरह भाजपा के हाथ में चले गए थे।
उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह की हैसियत क्या है? उन्हें हमने पार्टी से निकाल दिया है। उन्होंने मीडिया से कहा कि आप लोगों को उनके संबंध में सवाल भी नहीं करना चाहिए।
उन्हें हमने अपना सचिव बनाया था और बाद में राजनीति में भी लाया। वह जदयू को नुकसान करने में लगे हुए थे।
दरअसल, नीतीश कुमार मिशन 2024 को लेकर तीन दिवसीय यात्रा पर दिल्ली में है और विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर उन्हें एकजुट करने में लगे हैं। इसी दौरान मीडिया कर्मियों ने आरसीपी सिंह के एक बयान को लेकर नीतीश कुमार से सवाल किया। जवाब में नीतीश कुमार ने आरसीपी की हैसियत तक बता दिया।
मंगलवार को आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे को लेकर बयानबाजी की। आरसीपीसी ने कहा कि बिहार में उनका मन नहीं लग रहा है, इसलिए दिल्ली जाने की तैयारी में है। लेकिन वह सोच लें कि आगामी लोकसभा चुनाव में महागठबंधन में उन्हें कितनी सीटें मिलेगी? आरजेडी जदयू को कितनी सीटें देगी? आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार पर उम्र हावी हो गई है। इसलिए वे असंयमित भाषा बोल रहे हैं। नीतीश कुमार को सिर्फ दरबारी कल्चर पसंद है।
आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए यहां तक कह दिया कि बिहार में सुखाड़ से किसान परेशान हैं और मुख्यमंत्री दिल्ली घूम रहे हैं। उनके इसी बयान को लेकर पत्रकारों ने नीतीश कुमार से सवाल पूछा था।