हेरात प्रांत के गुजरगाह मस्जिद में बम विस्फोट हुआ है। इसकी चपेट में आने से मस्जिद के इमाम मावलवी मुजीब रहमान अंसारी की मौत हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
अफगानिस्तान में हेरात प्रांत के गुजरगाह मस्जिद में बम विस्फोट हुआ है। इसकी चपेट में आने से मस्जिद के इमाम मुजीब रहमान अंसारी की मौत हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। माना जा रहा है धमाके में कई लोग घायल हुए हैं और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
बीते महीने यानि अगस्त में राजधानी काबुल में एक मस्जिद में हुए बम धमाके में 21 लोगों की मौत हो गई थी। इस ब्लास्ट में 40 लोग घायल हुए थे। उत्तरी काबुल की मस्जिद में धमाका तब हुआ जब लोग शाम कि इबादत के लिए इकट्ठा हुए थे। धमाका बहुत ही जोरदार था। मस्जिद के आसपास के घरों के शीशे भी धमाके की वजह से टूट गए। घटना के तुरंत बाद मौके पर सुरक्षाकर्मी और ऐंबुलेंस पहुंच गई और घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
60 लाख लोग हो सकते हैं अकाल से प्रभावित: UN
दूसरी तरफ, संयुक्त राष्ट्र ने आगाह किया है कि बढ़ती गरीबी से जूझ रहे अफगानिस्तान के 60 लाख लोगों पर अकाल से प्रभावित होने का खतरा मंडरा रहा है। यूएन के मानवीय सहायता प्रमुख ने दानदाताओं से अनुरोध किया कि वे आर्थिक विकास के लिए वित्त मुहैया करना फिर से शुरू करें और ठंड के मौसम में अफगानिस्तान की मदद के लिए तुरंत 77 करोड़ अमेरिकी डॉलर मुहैया करें।
मार्टिन ग्रिफिथ्स ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि मानवीय, आर्थिक, जलवायु, भुखमरी और वित्तीय संकट जैसे कई संकटों का अफगानिस्तान सामना कर रहा है। संघर्ष, गरीबी, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और खाद्य असुरक्षा लंबे समय से अफगानिस्तान की एक दुखद वास्तविकता रही है। मार्टिन ने कहा कि जो चीज अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को ‘इतना गंभीर’ बनाती है, वह है एक साल पहले तालिबान की ओर से काबुल की सत्ता पर कब्जा किए जाने के बाद से बड़े पैमाने पर विकास सहायता को रोक दिया जाना।