Coal Scam Case: नवंबर 2020 में सीबीआई की तरफ से दर्ज की गई FIR के आधार पर ईडी ने PMLA के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया था। ईडी ने दावा किया था कि सांसद ने इस अवैध कारोबार से धन जुटाया था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी को ED ने तलब किया है। खबर है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोयला घोटाला मामले में उन्हें 2 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। वह, राजधानी कोलकाता स्थित दफ्तर में पेश हो सकते हैं। खास बात है कि बंगाल के दोनों नेताओं ने मंगलवार को ही केंद्रीय एजेंसियों पर सवाल उठाए थे।
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय मार्च में भी अभिषेक से पूछताछ कर चुका है। इस मामले में पश्चिम बंगाल के कुछ IPS अधिकारियों के नाम भी सामने आए थे। वहीं, टीएमसी के युवा नेता विनय मिश्रा और स्थानीय कोयला संचालक अनूप मांझी इस घोटाले के मुख्य आरोपी हैं। कथित तौर पर वह अभिषेक के करीबी हैं। कोयला घोटाला में पहले सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन यानी CBI ने जांच शुरू की थी। साथ में ईडी की जांच भी जारी है।
एक दिन पहले जताई थी आशंका
सीएम बनर्जी ने एक दिन पहले ही आशंका जताई थी कि उनके भतीजे अभिषेक को एजेंसियां मंगलवार को तलब कर सकती हैं। एक ओर जहां अभिषेक को कोलकाता दफ्तर में पेश होने के लिए कहा गया है। वहीं, गंभीर सोमवार को दिल्ली कार्यालय पहुंचेंगी। वह कोलकाता में पेश होने की अपील के साथ पहले ही कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख कर चुकी हैं।
क्या है मामला
नवंबर 2020 में सीबीआई ने केस दर्ज किया था और आरोप लगाए थे कि हजारों करोड़ों रुपये की कीमत का अवैध तरीके से खनन किया हुआ कोयला सालों से ब्लैक मार्केट में बेचा जा रहा है। जांच एजेंसी ने आरोप लगाए थे कि यह काम पश्चिम बंगाल के पश्चिमी हिस्से में चल रहे रैकेट की मदद से चल रहा है, जहां ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड कई खदाने चलाता है।
21 फरवरी 2021 को सीबीआई की टीम अभिशेक के आवास पर पहुंची और उनकी पत्नी रुजिरा और रिश्तेदार मेनका गंभीर को समन जारी किया। नवंबर 2020 में सीबीआई की तरफ से दर्ज की गई FIR के आधार पर ईडी ने PMLA के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया था। ईडी ने दावा किया था कि सांसद ने इस अवैध कारोबार से धन जुटाया था।