Rainfall News: कांगड़ा जिले में ट्रेन सेवा ठप हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने शनिवार को बताया कि सबसे अधिक नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों में हुआ है।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और उत्तर प्रदेश में 24 घंटे से हो रही भारी बारिश ने काफी तबाही मचाई। हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और बादल फटने के कारण 22 लोगों की मौत हो गई। वहीं, उत्तराखंड में चार लोगों की जान चली गई, जबकि 13 लापता हैं। झारखंड में बारिश के कारण चार लोगों की मौत हो गई, जबकि सात लोग नदियों की तेज धाराओं में बह गए। वहीं उत्तर प्रदेश में तीन लोगों की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर में यह आंकड़ा 2 और ओडिशा में 6 पर है।
कांगड़ा जिले में ट्रेन सेवा ठप हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने शनिवार को बताया कि सबसे अधिक नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों में हुआ है। कई सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हो गईं हैं।
मंडी जिले में लगातार बारिश के कारण शनिवार को स्कूल बंद रहे। सड़क किनारे खड़े वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हमीरपुर में आई बाढ़ के बाद फंसे 22 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। सुबह कांगड़ा जिले में चक्की पुल के ढह जाने के बाद जोगिंदर नगर और पठानकोट मार्ग के बीच ट्रेन सेवा निलंबित कर दी गई।
ओडिशा के उत्तरी हिस्सों में बाढ़ का खतरा
ओडिशा के उत्तरी हिस्से में शुक्रवार रात भारी बारिश होने के कारण कई नदियों के उफनाने से बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। राज्य महानदी के किनारे पहले ही बाढ़ की मार झेल रहा है। जहां 500 गांवों में लगभग चार लाख लोग फंसे हुए हैं। ओडिशा जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता बीके मिश्रा ने शनिवार को कहा कि बालासोर, क्योंझर और मयूरभंज में शुक्रवार रात भारी बारिश हुई है। इसके बाद सुवर्णरेखा, बुधबलंग, वैतरणी और सालंदी में जल स्तर पर नजर रखी जा रही है। खबर है कि राज्य में बारिश के चलते 6 लोगों की मौत हुई है।
प्रतापगढ़ में चक्रवाती तूफान ने मचाई तबाही
शनिवार दोपहर चक्रवाती तूफान ने प्रतापगढ़ और कौशाम्बी में तबाही मचाई। प्रतापगढ़ के रानीगंज में पेड़ के नीचे दबने से एक किसान की मौत हो गई। कई घायल हो गए। रानीगंज के चिरकुटी बाजार से शनिवार की दोपहर साढ़े 12 बजे उठा बवंडर देखते-देखते चक्रवाती तूफान में बदल गया। वहीं मानिकपुर थाना क्षेत्र के मऊ गुरदरी गांव में शनिवार सुबह बारिश के दौरान कच्ची दीवार गिरने से गर्भवती बहन 21 वर्षीया बबिता और उसका भाई नौ वर्षीय हेतराम मलबे में दब गए। पास ही मौजूद में परिजनों व ग्रामीणों ने मलबा हटाकर दोनों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक दोनों दम तोड़ चुके थे।
आठ उड़ानें रद्द, कोयला उत्पादन पर असर
झारखंड में 24 घंटों से हो रही भारी बारिश से लगभग सभी नदियां उफान पर हैं। सात लोग इनमें बह गए हैं, वहीं बारिश के कारण चार लोगों की जान गई है। 10 से 12 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही है। रांची से जाने वाली आठ उड़ानों को रद्द कर दिया गया है, जबकि पांच उड़ानें डायवर्ट हुई हैं। धनबाद जिले में कोयला उत्पादन पर खासा असर पड़ा है। बारिश से लगभग 50 फीसदी उत्पादन प्रभावित हुआ है।
बारिश की तबाही से 250 सड़कों पर यातायात ठप
टिहरी और पौड़ी जिलों में शुक्रवार देर रात से शनिवार तड़के तक भारी बारिश ने कहर बरपाया। इससे राज्य की 250 सड़कें बंद हो गई हैं। मकान ढहने से मलबे में दबकर चार लोगों की मौत हो गई। 13 लोग लापता हो गए और 12 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हरिद्वार में गंगा ने शनिवार सुबह खतरे के निशान को पार कर लिया। देहरादून के माल देवता क्षेत्र में एसडीआरएफ ने 250 लोगों को बचाया।
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी की यात्रा भारी बारिश के कारण रात भर अस्थायी रूप से रुकी रहने के बाद शनिवार सुबह फिर से शुरू हो गई। अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के आधार शिविर कटरा के दर्शनी डोडी से सुबह साढ़े छह बजे 1,500 से अधिक श्रद्धालुओं को पुराने मार्ग से यात्रा शुरू करने की अनुमति दी गई। नए मार्ग के नाम से जाना जाने वाला मार्ग अब भी बंद है।
उधमपुर में मकान ढहने से दो बच्चों की मौत
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में भारी बारिश के कारण मिट्टी का एक मकान ढहने से उसमें रह रहे दो बच्चों की मौत हो गई। अधिकारी ने शनिवार को बताया कि टिकरी प्रखंड के समोले गांव में शुक्रवार की रात यह हादसा हुआ। बचावकर्मियों ने दो महीने और डेढ़ साल की उम्र के दो बच्चों के शव बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण इलाके के कई अन्य मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।