श्रीकृष्ण का जन्मस्थल मथुरा भी जन्माष्टमी पर बहुत ही कलरफुल दिखाई देता है। यहां श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बहुत ही भव्य तरीके से मनाया जाता है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर इन जगहों पर भी जरूर घूमें
जन्माष्टमी पर पूरे देश में काफी चहल-पहल देखने को मिलती है लेकिन कुछ जगह ऐसी हैं जहां पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का एक अलग ही रंग देखने को मिलता है। श्रीकृष्ण का जन्मस्थल मथुरा भी जन्माष्टमी पर बहुत ही कलरफुल दिखाई देता है। यहां श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बहुत ही भव्य तरीके से मनाया जाता है। आप अगर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यहां आकर कुछ खास जगहों को भी देखना न भूलें-
कुसुम सरोवर
यह 450 फीट लंबा जलाशय है जिसकी गहराई 60 फीट है। मथुरा में कई लोगों के बीच इस जलाशय के सबसे प्रसिद्ध होने का कारण यह है कि ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण और राधा जल जलाशय के किनारे गुप्त रूप से यहां मिलते थे। शांति से भरी यह जगह आपको बेहद खूबसूरत लगेगी। यहां पर शाम के समय माहौल बहुत खुशनुमा होता है।
कंस किला
मथुरा में स्थित कंस का किला भगवान कृष्ण के मामा के नाम पर रखा गया था। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह किला महाभारत के समय का है। इसलिए यदि आप एक इतिहास प्रेमी हैं और महाभारत के भौतिक अवशेषों में से एक का अनुभव करना चाहते हैं, तो आपको इस किले को जरूर देखना चाहिए। इस किले को पुराण किला के नाम से भी जाना जाता है।
केसी घाट
यमुना नदी के तट पर स्थित केसी घाट का नाम केसी राक्षस के नाम पर रखा गया है, जिसे भगवान कृष्ण ने मारा था। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, घोड़े-दानव, केसी को भगवान कृष्ण के मामा कंस ने भेजा था, जो भगवान कृष्ण को मारना चाहते थे। भगवान कृष्ण ने राक्षस को मारने के बाद इस स्थान पर स्नान किया था और केसी को मुक्ति दी थी।
गोवर्धन पर्वत
अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं, तो गोवर्धन पहाड़ियों के आसपास 21 किमी की ट्रेकिंग करें। लंबी ट्रेकिंग ट्रेल अच्छी तरह से बनाई गई है और सड़क के किनारे कई रेस्टोरेंट, ढाबे भी हैं। ट्रेकिंग के शौकीन है, तो आपको यहां घूमने जरूर आना चाहिए।
लोकल मार्केट
खरीदारी हर ट्रिप का खास पार्ट है। आप अगर शॉपिंग करना पसंद करते हैं, तो मथुरा की लोकल मार्केट में जरूर घूमें। मथुरा में आपको पूजा-पाठ से जुड़ीं जरूरी चीजें मिल जाएंगी।