एक सर्वे से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पता लगा है कि पिछले 30 दिनों में दिल्ली एनसीआर के 10 में से आठ घरों में रह रहे लोगों ने वायरल बुखार और कोरोना के सबसे बुरे दौर का सामना किया।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र कोरोना महामारी से अभी पूरी तरह से नहीं निकल पाया है। दिल्ली में गुरुवार को एक बार फिर कोरोना केसों में उछाल देखने को मिला। 1924 नए केस दर्ज हुए और 8 लोगों की मौत हुई। सकारात्मक दर 10 फीसदी से थोड़ा कम है। इस बीच एक सर्वे से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पता लगा है कि पिछले 30 दिनों में दिल्ली एनसीआर के 10 में से आठ घरों में रह रहे लोगों ने वायरल बुखार और कोरोना के सबसे बुरे दौर का सामना किया।
दिल्ली-एनसीआर में कोरोना केस फिर बढ़ रहे हैं। ज्यादा चिंता वाली बात यह है कि लोगों ने कोरोना महामारी को अब हल्के में लेना शुरू कर दिया है। नतीजन लापरवाही के चलते कोरोना केसों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। हमने पिछली रिपोर्ट में बताया था कि दिल्ली में कोरोना महामारी के खतरे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले एक पखवाड़े में कोरोना मरीजों का अस्पतालों में भर्ती होने का आंकड़ा 100 फीसदी बढ़ा है।
उधर, लोकलसर्किल के एक सर्वेक्षण से पता चला है कि दिल्ली एनसीआर में कोरोना प्रभावित घरों में 10 में से 8 घरों में रह रहे लोगों ने पिछले 30 दिनों में बुखार, नाक बहना और थकान जैसे कोरोना लक्षणों का अनुभव किया। ज्यादातर मामलों में, लोगों ने घर पर ही कोरोना जांच का तरीका अपनाया और घर पर परिवार के सदस्यों के साथ रहे, बावजूद इसके कि इससे बच्चों में यह फैलने का खतरा हो सकता है।
क्या कहता है सर्वेक्षण
पिछले साल की तुलना में इस मानसून सीजन में दोगुने घर प्रभावित हुए। पिछले साल जुलाई-अगस्त में 41 फीसदी परिवारों ने बताया कि उनके परिवार में कोई अस्वस्थ था, जबकि इस साल के 82 फीसदी घरों के लोगों ने सदस्य के बीमार होने पर हामी भरी।
इससे पहले हाल ही में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा था, “यह आवश्यक है कि हम स्वीकार करें कि कोरोना महामारी खत्म नहीं हुई है। मैं सभी से अपील करता हूं कि कोविड के उचित व्यवहार का सख्ती से पालन करें।
दिल्ली में मास्क अनिवार्य
दिल्ली में कोरोना केसों की बढ़ोत्तरी के बाद सरकार को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया। वहीं, डीजीसीए ने भी विमानों में मास्क अनिवार्य कर दिया है। उधर, चिकित्सकों और अस्पतालों ने भी वायरल या फ्लू के मामलों की बढ़ती संख्या की रिपोर्ट की है। इनमें से ज्यादातर मामलों में लोगों को नाक बहने, सिरदर्द, गले में खराश और थकान की शिकायत रही है। कुछ लोगों को बुखार होने की भी सूचना है।
किन शहरों में हुआ सर्वेक्षण
लोकल सर्किल्स ने दिल्ली और एनसीआर शहरों नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद के निवासियों के बीच एक सर्वेक्षण किया। जिसमें 11,000 से अधिक प्रतिक्रियाएं मिलीं। जवाब देने वालों में 63 प्रतिशत पुरुष थे जबकि 37 फीसदी महिलाएं थीं।