कांग्रेस कोटे से केवल 2 नेता ही मंत्री बनेंगे और वो भी एक अल्पसंख्यक समाज से तो दूसरा दलित वर्ग से होगा। हालांकि राजनीति संभावनाओं का खेल है और किसी के बारे में भविष्यवाणी करना सही नहीं माना जाता है।
बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार मंगलवार, 16 अगस्त, को होने जा रहा। अब सभी की निगाहें इसी पर हैं कि जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस से कौन-कौन मंत्री बनेगा। इस बीच अटकलों का भी बाजार गर्म हो गया है। खबर आ रही है कि कांग्रेस कोटे से केवल 2 नेता ही मंत्री बनेंगे और वो भी एक अल्पसंख्यक समाज से तो दूसरा दलित वर्ग से होगा। हालांकि राजनीति संभावनाओं का खेल है और किसी के बारे में भविष्यवाणी करना सही नहीं माना जाता है।
कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्तचरण दास ने रविवार को कहा कि 16 अगस्त को नए मंत्रियों की शपथ होगी। नीतीश कैबिनेट में कांग्रेस के तीन मंत्री शामिल होंगे। वहीं अटकलों के अनुसार नीतीश कैबिनेट से कांग्रेस कोटे से केवल दो ही मंत्री शामिल होंगे। महागठबंधन की नई सरकार में सामाजिक संतुलन को बनाने के लिए तय हुआ है कि कांग्रेस का एक मंत्री अल्पसंख्यक से और दूसरा दलित जाति से होगा। अब कांग्रेस की ओर से जो मंत्रियों की जो लिस्ट आलाकमान को पहुंची है, उसमें अजित शर्मा और मदन मोहन झा की दावेदारी खत्म होती दिख रही है। अल्पसंख्यक कोटे से शकीद अहमद खां और आफाक आलम और दलित वर्ग से राजेश राम और मुरारी गौतम का नाम आगे चल रहा है।
उधर, जदयू नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि 16 अगस्त को कैबिनेट का विस्तार होगा। संभावित मंत्रियों के नाम पर चर्चा चल रही है। किसी को हटाने या नए लोगों को शामिल करने पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। महागठबंधन नेता मिलकर इसे तय करेंगे।