छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव के भतीजे वीरभद्र सिंहदेव की मौत पर भाजपा ने न्यायिक जांच की मांग की है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस ने कहा कि इस हादसे को राजनीतिक षड्यंत्र नहीं कहा जा सकता है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के लुंड्रा जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष वीरभद्र सिंहदेव उर्फ सचिन सिंह की मौत पर भारतीय जनता पार्टी ने न्यायिक जांच की मांग की है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि इस हादसे को राजनीतिक षड्यंत्र नहीं कहा जा सकता है। पुलिस प्रशासन मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि सचिन सिंहदेव वही है, जिनके ऊपर बृहस्पति सिंह प्रकरण में कार्रवाई की गई थी। उन्हें जेल भी भेजा गया था और बाद में जमानत मिली थी। उस घटना से सचिन बेहद आहत थे। उस समय आरोप किस पर लगे थे। चर्चा क्या हो रही थी और अब देखिए मृत्यु किसकी हुई है।
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के भतीजे व सरगुजा जिले के लुंड्रा जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष वीरभद्र सिंहदेव उर्फ सचिन सिंह की गुरुवार की रात दुर्ग-अंबिकापुर ट्रेन से गिरकर मौत हो गई। बिलासपुर जिले के बेलगहना के पास वीरभद्र सिंह की लाश मिली है। सचिन रायपुर से अंबिकापुर जा रहे थे। रायपुर में मीडिया से चर्चा करते हुए टीएस सिंहदेव ने कहा कि बिलासपुर एसपी से मेरी बात हुई। उन्होंने बताया कि मोबाइल नहीं मिला है। जल्द कॉल डिटेल मिल जाएगी। इससे पता चल जाएगा कि किससे उनकी बात हुई थी। पीएम रिपोर्ट से कुछ जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि सचिन का निधन परिवार के लिए बड़ी क्षति है।
भाजपा ने की न्यायिक जांच की मांग
वीरभद्र सिंहदेव की मौत को भाजपा ने संदिग्ध बताते हुए न्यायिक जांच की मांग सीएम भूपेश बघेल से की है। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने वीरभद्र सचिन सिंहदेव के ट्रेन से गिरकर मौत को संदिग्ध बताते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। इधर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राजनीति aके क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति की संदेहास्पद स्थिति में मौत हुई है। सिंदहेव के परिवार से जुडा मामला है। इसलिए इसकी गहन जांच की जरूरत है। वहीं सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि यदि वीरभद्र सिंह के परिवार के लोग चाहते हैं, तो हमें जांच करने में कोई परेशानी नहीं है।