धार जिले के 12 गांव और खरगोन जिले के 6 गांवों को खाली कराके सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा हैं। पुलिस कहती हुई नजर आ रही है कि जितनी जल्दी हो सके यहां से निकलने का प्रयास करिए।
मध्य प्रदेश के धार जिले के कारम नदी पर निर्माणाधीन डैम में दरार आने से हड़कंप से मच गया। जिसके बाद प्रशासन ने एहतियातन 18 गांवों को खाली कराया है। साथ ही पुलिस और प्रशासन का अमला लगातार अलर्ट की सूचना दे रहा है।
जानकारी के अनुसार निर्माणाधीन कोरवा डैम की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। लीकेज की वजह से हादसा न हो जाए, इसलिए प्रशासन ने दोनों ओर का ट्रैफिक रोक दिया है। सबसे ज्यादा स्थिति मानपुर घाट के आगे और खलघाट के बीच गुजरी ग्राम में है।
इसे लेकर जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव एसएन मिश्रा ने कहा कि हम कंट्रोल रूम से स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और समस्या से निपटने के लिए सभी जरूरी आदेश जिला अधिकारियों को दे दिए गए हैं। जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की टीम मौके पर पहुंच गई है।
बता दें कि उक्त बांध की लम्बाई 590 मीटर और ऊँचाई 52 मीटर है और वर्तमान में 15 MCM पानी उक्त बांध में संचयित है। इसके साथ ही कमिश्नर, IG इंदौर, कलेक्टर और SP धार, EnC और CE जलसंसाधन और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर उपस्थित हैं।
वहीं ऐहतियातन धार जिले के 12 गांव और खरगोन जिले के 6 गांवों को खाली कराके सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा हैं। पुलिस कहती हुई नजर आ रही है कि जितनी जल्दी हो सके यहां से निकलने का प्रयास करिए। अपने सामान की चिंता मत करिए। अपने परिवार और बच्चों को लेकर सुरक्षित निकालिए।
वहीं NDRF , SDERF धार और इंदौर की पुलिस टीम, साथ ही पड़ोस के थानों का बल, होम गार्ड तथा राजस्व विभाग के अमले के साथ बचाव कार्य किया जा रहा है। ACS गृह विभाग डॉ. राजेश राजौरा ने जानकारी देते हुए कहा कि एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर और आर्मी की एक कम्पनी रेक्वज़िशन कर Standby पर रखी गयी है। जल संसाधन विभाग द्वारा बांध को सुरक्षित राजे जाने के लिए कार्य किया जा रहा है।
दरअसल धार जिले के धरमपुरी तहसील में स्थित कारम नदी पर बन रहे करीब 305 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे डैम में लीकेज की सूचना सामने आई है। इस परियोजना में 8 गांव की जमीन डूब में आई थी। साथ ही इसके करीब 8000 से 11000 हेक्टेयर में सिंचाई के लिए उक्त डैम से पानी मिलना था।
हालांकि, गुरुवार दोपहर को डेम में लीकेज की सूचना मिलते पर कलेक्टर, एसपी सहित प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और लीकेज को देखते हुए अधिकारियों ने 18 गांव में अलर्ट जारी करवा दिया। औय विशेषज्ञों का दल बुलवाकर सुधार कार्य की बात कही जा रही है।
वहीं उक्त डैम निर्माण को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार आंदोलन, धरने और भूख हड़ताल भी लोगों द्वारा यहां की गई। लेकिन डैम में लीक की सूचना से ग्रामीणों के लिए नई परेशानी खड़ी हो गई है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार डैम में जल भरण की क्षमता तीर 43.98 मेट्रिक घन मीटर रखी जानी है परंतु डैम के लीकेज होने से जगह जगह से पानी निकलने लगा है।
इसे लेकर एमपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, ‘मध्य प्रदेश के धार जिले में करम नदी पर बने नवनिर्मित कोठीडा-भरुदपुरा बांध में रिसाव की खबर बेहद चिंताजनक है। आदिवासी क्षेत्रों में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। मैं सरकार से मांग करता हूं कि बांध में लीकेज को देखते हुए सरकार तत्काल सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय करें ताकि किसी भी तरह की क्षति व जानमाल की क्षति को रोका जा सके और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।