स्वतंत्रता दिवस से पहले यूपी एटीएस को बड़ी सफलता मिली है। एटीएस ने सहारनपुर से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। एटीएस को सूचना मिली थी कि पकड़े गए आतंकी स्वतंत्रता दिवस पर बड़ी हमले की योजना थी।
स्वतंत्रता दिवस से पहले यूपी एटीएस को बड़ी सफलता मिली है। एटीएस ने सहारनपुर से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। एटीएस को सूचना मिली थी कि पकड़े गए आतंकी स्वतंत्रता दिवस पर बड़ी हमले की योजना बना रहे हैं। गिरफ्तार आतंकियों में से एक का नाम मोहम्मद नदीम है जो पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और तहरीख-ए-तालिबान से सीधे संपर्क में था। उसे नूपुर शर्मा को मारने का काम दिया गया था, लेकिन टास्क पूरा होने से पहले आतंकी धर दबोचे गए।
सहारनपुर जिले के गंगोह थाना क्षेत्र स्थित कुंडा कला गांव के रहने वाले नदीम के कब्जे से एक मोबाइल, दो सिम तथा प्रशिक्षण साहित्य बरामद हुआ है। बरामद साहित्य में विभिन्न प्रकार की आईईडी एवं बम बनाने की तकनीकी तथा फिदायीन हमले से संबंधित प्रशिक्षण कोर्स की सामग्री शामिल है। पूछताछ में पता चला कि नदीम जेम और टीटीपी के आतंकवादियों से सीधे संपर्क में था और फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था। एटीएस ने उसके विरुद्ध अपने लखनऊ थाने में आईपीसी की धारा 121ए व 123 तथा विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम की धारा 13, 18 व 38 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
स्वतंत्रता दिवस के कारण थी संदिग्धों पर नजर
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आतंकी घटनाओं की आशंका को देखते हुए एटीएस की सभी टीमों को अलर्ट रखते हुए संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। इसी बीच एटीएस को सहयोगी एजेंसियों से यह खुफिया इनपुट मिला कि सहारनपुर में एक व्यक्ति जेम और टीटीपी की विचारधारा से प्रभावित होकर फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा है। इस संवेदनशील सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए मुहम्मद नदीम की पहचान करते हुए उससे पूछताछ की गई। उसके पास से प्राप्त मोबाइल फोन के प्रारंभिक निरीक्षण में एक पीडीएफ डाक्यूमेंट पाया गया, जिसका शीर्षक ‘एक्सप्लोसिव कोर्स फिदाए फोर्स था। इसके अलावा नदीम के फ़ोन से पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान के जेम व टीपीपी के आतंकियों से चैप एवं वॉयस मैसेज भी मिले। इस बारे में पूछे जाने पर नदीम ने बताया कि वह 2018 से दोनों संगठनों के विभिन्न आतंकवादियों से व्हाट्सअप, टेलीग्राम, आईएमओ, फेसबुक मैसेंजर और क्लब हाउस आदि सोशल मीडिया माध्यमों से संपर्क में था।
ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान जाने वाला था नदीम
पूछताछ में नदीम ने एटीएस को बताया कि अफगानिस्तान व पकिस्तान में सक्रिय जेम व टीपीपी के आतंकवादी उसे स्पेशल ट्रेनिंग लेने के लिए पाकिस्तान बुला रहे थे। वह वीज़ा लेकर पाकिस्तान जाने वाला था, जहां व जेम की आतंकी ट्रेनिंग लेता। साथ ही वह मिस्र के माध्यम से सीरिया और अफगानिस्तान जाने की भी योजना बना रहा था। नदीम ने यह भी स्वीकार किया कि पाकिस्तान के जेम के एक आतंकी ने उसे नूपुर शर्मा की हत्या करने का टास्क भी दिया था।
किसी सरकारी भवन या पुलिस परिसर पर फिदायीन हमले की भी योजना थी
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार के पर्यवेक्षण में एडीजी एटीएस नवीन अरोरा अपनी पूरी टीम के साथ नदीम से प्राप्त उसके कुछ भारतीय संपर्कों की पड़ताल कराने में जुटे हैं। पूछताछ में एटीएस को यह जानकारी भी मिली है कि पाकिस्तानी आतंकवादियों से उसने वर्चुअल नंबर बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। नदीम ने इन आतंकियों को 30 से अधिक वर्चुअल नंबर और वर्चुअल सोशल मीडिया आईडी बनाकर उपलब्ध कराए हैं। टीटीपी के आतंकी सैफुल्ला (पाकिस्तानी) ने नदीम को फिदायीन हमले के लिए प्रशिक्षण साहित्य सोशल मीडिया के माध्यम से उपलब्ध कराया था। इसे पढ़ने के बाद वह इससे संबंधित सामग्री जुटाने की फ़िराक में था, जिससे वह किसी सरकारी भवन अथवा पुलिस परिसर पर फिदायीन हमला कर सके।