जयराम रमेश ने कहा, ‘राज्यसभा के सभापति ने कहा कि आपराधिक मामलों में संसदीय विशेषाधिकार नहीं होते… पहली बात यह कि खड़गे नेशनल हेराल्ड मामले में आरोपी नहीं है। फिर भी ईडी ने उन्हें समन किया।’
कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को समन किए जाने की आलोचना की है। पार्टी ने इसे संसद और सांसदों का घोर अपमान बताया और कहा कि दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसा फिर न हो।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष को प्रवर्तन निदेशालय ने ईमेल के माध्यम से समन भेजा कि वह नेशनल हेराल्ड बिल्डिंग में यंग इंडियन के दफ्तर में मौजूद रहे। खड़गे ने कहा कि संसद का सत्र चल रहा है और नेता प्रतिपक्ष होने के चलते उनके पहले से कार्यक्रम तय हैं, ऐसे में उनका एक अधिकृत प्रतिनिधि मौजूद रहेगा।’
‘संसद सत्र के दौरान समन किया जाना उचित नहीं’
रमेश ने दावा किया कि ईडी ने खड़गे के आग्रह को नहीं माना और उनके मौजूद रहने पर जोर दिया। खड़गे ने सदन को इसकी जानकारी दी और कहा कि वह कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं, लेकिन संसद सत्र के दौरान उन्हें समन किया जाना उचित नहीं है।
जयराम रमेश ने कहा, ‘राज्यसभा के सभापति ने कहा कि आपराधिक मामलों में संसदीय विशेषाधिकार नहीं होते… पहली बात यह कि खड़गे नेशनल हेराल्ड मामले में आरोपी नहीं है। फिर भी ईडी ने उन्हें समन किया कि तलाशी के लिए उन्हें मौजूद रहना होगा और उनका बयान रिकॉर्ड किया जाना है।’
‘हेराल्ड हाउस’ में खड़गे को ED ने बुलाया
कांग्रेस नेता ने कहा कि अब समय आ गया है कि दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारी इस पर चर्चा करें और यह सुनिश्चित करें कि संसद और सांसदों का इस तरह का घोर अपमान फिर से न हो। मालूम हो कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे को गत चार अगस्त को ईडी ने आईटीओ के पास बहादुर शाह जफर मार्ग पर ‘हेराल्ड हाउस’ में बुलाया था। ईडी ने उनके खिलाफ समन जारी किया था क्योंकि जांच एजेंसी चाहती थी कि यंग इंडियन के कार्यालय पर छापेमारी के दौरान कंपनी के प्रमुख अधिकारी के तौर पर खड़गे मौजूद रहें।