कांग्रेस के विरोध से दूर थे शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम, सोनिया गांधी ने बिना कुछ बोले दिया सबक

दयानिधि मारन सोनिया गांधी के पास पहुंचे। उन्होंने बताया कि सभी सांसद वेल में जाकर आंदोलन कर रहे हैं, जबकि शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम सीटों पर ही बैठे हैं। इस पर सोनिया खुद वेल में पहुंच गईं।

नेशनल हेराल्ड केस में ईडी की कार्रवाई की सामना कर रही कांग्रेस इन दिनों संसद से लेकर सड़क तक आाक्रामक है। लेकिन बुधवार को संसद में अलग ही नजारा देखने को मिला, जब कांग्रेस के ज्यादातर सांसद तो लोकसभा में वेल में आकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम जैसे नेता अपनी सीटों पर ही बैठे रहे और कांग्रेस सांसदों के प्रदर्शन से अलग दिखे। इस दौरान विपक्ष के कुछ और सांसद विरोध कर रहे थे और कांग्रेसियों के साथ थे। दोपहर बाद एक बार फिर से जब सदन शुरू हुआ तो कांग्रेस और डीएमके समेत कई विपक्षी दलों के सांसद फिर से वेल में आ गए।

इस दौरान भी शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम अपनी सीटों से नहीं हटे तो डीएमके के सांसद दयानिधि मारन सोनिया गांधी के पास पहुंचे। उन्होंने बताया कि सभी सांसद वेल में जाकर आंदोलन कर रहे हैं, जबकि शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम सीटों पर ही बैठे हैं। इस पर सोनिया गांधी ने मुस्कुरा कर जवाब दिया और कहा कि मैं सदन के वेल में आ रही हूं। इसके बाद वह खुद ही अपनी सीट से उठीं और वेल में जाकर अपने सांसदों के साथ विरोध प्रदर्शन करने लगीं। इस पर सभी कांग्रेसियों ने कहा कि आपकी तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए सीट पर ही जाकर बैठें।

इस बीच सोनिया गांधी को ही वेल में देखकर शशि थरूर औैर कार्ति चिदंबरम खुद ही पहुंच गए। इस तरह सोनिया गांधी ने बिना कुछ कहे ही शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम को यह सबक सिखा दिया कि कैसे उन्हें साथी सांसदों के संग विरोध प्रदर्शन करना है। बता दें कि जब राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो ईडी के ऐक्शन को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे और पीयूष गोयल में तीखी बहस देखने को मिली। इस दौरान खड़गे ने कहा कि मैं इस समय संसद में हूं और मुझे ईडी की ओर से समन जारी किया गया है कि मैं नेशनल हेराल्ड के दफ्तर पहुंचूं। मैं इससे पीछे नहीं हटूंगा और जाऊंगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *