वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा का तबादला 24 घंटे के अंदर ही रद्द हो गया है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 2019 से बतौर जिलाधिकारी कार्यरत कौशल राज शर्मा ने कई अपने काम से खास छवि बनाई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणासी के डीएम कौशल राज शर्मा अपने पद पर बने रहेंगे। प्रयागराज आयुक्त के पद पर हुआ उनका तबादला 24 घंटे के अंदर ही रद्द कर दिया गया है। उनकी जगह विश्वास पंत को प्रयागराज का नया कमिश्नर बनाया गया है।
कौशलराज शर्मा, बतौर जिलाधिकारी वाराणसी में वर्ष 2019 से तैनात हैं। उन्होंने इस क्षेत्र में तमाम चुनौतियां का सामना किया। वर्ष 2006 बैच के आईएएस अफसर कौशल ने जब वाराणसी के जिलाधिकारी का कार्यभार संभाला तो कुछ ही महीनों बाद कोरोना महामारी का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के जिले के जिलाधिकारी के रूप में कौशल पर बड़ी जिम्मेदारी रही। महामारी से उबरने के बाद प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरीडोर को पूरा कराने की जिम्मेदारी भी उन पर रही। बनारस की गलियों में अधिग्रहण और इतना बड़ा प्रोजेक्ट पूरा कराना किसी चुनौती से कम नहीं था।
मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले कौशल राज शर्मा ने 2006 में आईएएस की परीक्षा पास की और यूपी कैडर में शामिल हुए। कौशल राज शर्मा ने वाराणसी के जिलाधिकारी के रूप में नवम्बर, 2019 में कार्यभार संभाला था और उसके ठीक बाद ही नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन के लागू होने से शहर में सांप्रदायिक सौहार्द के बिगड़ने का खतरा था।
मगर, बेहद सूझबूझ के साथ ही कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पहली सफलता पाई और शहर में अमन चैन कायम रहा। पांच महीने बाद कोरोना संक्रमण के दौरान जीवन और मृत्यु के बीच चले संघर्ष में उनका प्रयास काफी चर्चा में रहा।
इसके अलावा लोकसभा, विधानसभा, विधान परिषद और पंचायत के चुनाव को भी कुशलता के साथ निपटाया। स्मार्ट सिटी के विकास के स्वर्णिम कार्यों में अपना शत प्रतिशत योगदान दिया। कानून व्यवस्था के अनुपालन में कभी सख्ती तो कभी नरमी से अभी का दिल जीत लिया। कमिश्नरेट घोषित होने के बाद भी शहर के कानून व्यवस्था पर स्वयं मुस्तेदी के साथ खड़े रहे।