अगस्त 2021 में यह बंगला रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को आवंटित हुआ था। हालांकि, जमुई से लोकसभा सांसद और पासवान के बेटे चिराग के घर खाली नहीं करने के चलते वह यहां शिफ्ट नहीं हो सके थे।
द्रौपदी मुर्मू जहां आज से राष्ट्रपति के तौर पर नई पारी की शुरुआत कर रही हैं। वहीं, रामनाथ कोविंद का कार्यकाल भी आज समाप्त हो रहा है। खबर है कि रिटायरमेंट के बाद अब उनका अगला ठिकाना 12 जनपथ होगा। यह बंगला कभी केंद्रीय मंत्री रहे दिवंगत रामविलास पासवान का पता हुआ करता था। खास बात है कि इसी के साथ कोविंद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के पड़ोसी बनने जा रहे हैं।
कोविंद को जून में यह बंगला आवंटित किया गया था और उनके शिफ्ट होने की प्रक्रिया सोमवार को पूरी हो जाएगी। खास बात है कि 12 जनपथ को मध्य दिल्ली के लुटियन्स स्थित बड़े बंगलों में से एक माना जाता है। वहीं, सोनिया का आवास 10 जनपथ थोड़े ही नजदीक स्थित है।
पहले अश्विनी वैष्णव को आवंटित हुई थी जगह
अगस्त 2021 में यह बंगला रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को आवंटित हुआ था। हालांकि, जमुई से लोकसभा सांसद और पासवान के बेटे चिराग के घर खाली नहीं करने के चलते वह यहां शिफ्ट नहीं हो सके थे। इसके बाद उन्होंने 32, पृथ्वीराज रोड स्थित नए पते का रुख किया। इस साल जून में ही शहरी मामलों के मंत्रालय ने घर को खाली करने की प्रक्रिया पूरी की है।
कानून दांव पेंच भी हुए
इस साल मार्च में दिल्ली हाईकोर्ट ने पासवान परिवार की याचिका को खारिज कर दिया था। दरअसल, उन्होंने घर खाली करने के लिए और समय की मांग की थी। इस आवास पर रामविलास पासवान करीब 3 दशक तक रहे थे।
रिटायरमेंट के बाद मिलेंगी ये सुविधाएं
प्रेसिडेंट्स (इमोल्युमेंट्स एंड) पेंशन एक्ट 1951 के तहत पूर्व राष्ट्रपति को 1.5 लाख रुपए मासिक पेंशन समेत कई अन्य सुविधाएं दी जाती हैं। इसमें मुफ्त आवास भी शामिल है। एक्ट में कहा गया है कि पूर्व राष्ट्रपति पूरे जीवन बगैर किराया दिए आवास का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा उन्हें दो टेलीफोन, एक मोबाइल फोन जैसी भी सुविधाएं मिलेंगी।