छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल के पिता और अखिल भारतीय कुर्मी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार बघेल ने कहा कि टीएस सिंहदेव आधा अधूरा इस्तीफा न दें। सरकार में नहीं रहना है तो पूरी तरह से इस्तीफा दें।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता और अखिल भारतीय कुर्मी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार बघेल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव आधा अधूरा इस्तीफा न दें। यदि सरकार में नहीं रहना है तो पूरी तरह से इस्तीफा दें। सिंहदेव को प्रदेश सरकार पसंद नहीं है तो पूरी तरह से इस्तीफा देकर अलग हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनको एक बात मंजूर है, लेकिन दूसरी बात मंजूर नहीं। इस तरह का इस्तीफा गलत है। दरअसल, नंदकुमार बघेल कोरिया जिले के प्रवास पर आए थे। इस दौरान मनेंद्रगढ़ के रेस्ट हाउस में टीएस सिंहदेव के पंचायत विभाग छोड़ने पर मीडियो को यह बयान दिया।
मीडिया से चर्चा के दौरान नंदकुमार बघेल ने एक वर्ग विशेष के खिलाफ विवाद बयान टिप्पणी भी कर दी। उन्होंने एक वर्ग विशेष को संबोधित करते हुए कहा कि वे हमें अछूत मानते हैं, उनका पैर पडऩा पड़ता है। वे विदेशी हैं और 6 हजार साल पहले रूस, साइबेरिया से आए हैं। वे गाय का दूध नहीं पीते हैं, वे रस पीते हैं। गाय का रस पीने वालों से हम नफरत करते हैं। जैसे गोरस से गोड़से हैं और गोड़से ने महात्मा गांधी की हत्या की थी। गोली लगने के बाद गांधीजी ने गोड़से के लिए कहा था कि उसे फांसी नहीं होनी चाहिए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फांसी दी। बता दें कि नंदकुमार बघेल भले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता हैं, लेकिन दोनों के विचार नहीं मिलते। सीएम भूपेश बघेल कई बार सार्वजनिक रूप से इस बात को बोल चुके हैं।
नंदकुमार बघेल कई बार अपने बयानों के चलते विवादों में रहे हैं। सितंबर-2021 में उन्होंने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ब्राह्मण समाज पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि अब वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा। हम यह आंदोलन करेंगे। ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेजेंगे, क्योंकि वे विदेशी हैं। जिस तरह से अंग्रेज आए और चले गए। उसी तरह से ये ब्राह्मण या तो सुधर जाएं या फिर गंगा से वोल्गा जाने को तैयार रहें। इस बयान का ब्राह्मण समाज ने विरोध किया था। समाज द्वारा रायपुर के डीडी नगर थाने FIR दर्ज कराने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उन्हें रायपुर कोर्ट ने 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था। उस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि पिता होने के नाते उनका पूरा सम्मान है, लेकिन किसी समाज के खिलाफ अगर बात कही गई है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी, क्योंकि कानून से ऊपर कोई नहीं है।