यतीमखाना और डूंगरपुर प्रकरण से जुड़े सात अन्य मामलों में शुक्रवार को सपा विधायक आजम खां, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां और पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल समेत कई आरोपियों पर आरोप तय कर दिए हैं।
यतीमखाना और डूंगरपुर प्रकरण से जुड़े सात अन्य मामलों में शुक्रवार को सपा के शहर विधायक आजम खां, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां और पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल समेत कई आरोपियों पर आरोप तय कर दिए हैं। इन सभी पर बस्ती खाली कराने के दौरान लूटपाट, डकैती और मारपीट के आरोप हैं। अब इस मामले की सुनवाई 25 जुलाई को होगी। इन मामलों में गवाहों को तलब किया गया है।
सपा शासन में यतीमखाना बस्ती और डूंगरपुर बस्ती को खाली कराया गया था। इस दौरान मारपीट, लूटपाट और डकैती के आरोप लगाए गए थे। इन सभी मामलों में वर्ष 2019 में अलग-अलग थानों में मुकदमे दर्ज किए गए थे। इनमें सपा के शहर विधायक आजम खां, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां, पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेद्र गोयल और आजम के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू समेत कई अन्य को आरोपी बनाया गया था। इन मामलों में शुक्रवार को सुनवाई हुई। इस दौरान सपा के शहर विधायक आजम खां, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां, पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल और ठेकेदार कोर्ट में हाजिर हुए।
सहायक शासकीय अधिवक्ता कमल गुप्ता ने बताया कि सभी आरोपियों की मौजूदगी में यतीमखाना बस्ती के चार और डूंगरपुर के तीन मामलों में आरोप तय कर दिए गए हैं। उन पर भैंस चोरी, बकरी चोरी, पाजेब चोरी के साथ ही लूटपाट करने, डकैती और मारपीट के आरोप तय किए गए हैं। आरोप तय होने के बाद अब गवाहों को बुलाया जाएगा। इस मामले की अगली सुनवाई 25 जुलाई को होगी।