पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी पर BJP का आरोप- पाक पत्रकार को 5 बार बुलाकर दी गोपनीय सूचनाएं, ISI ने किया उसका इस्तेमाल

 बीजेपी ने सवाल किया कि क्या आतंकवाद के खात्मे के लिए कांग्रेस सरकार की यह नीति थी कि गोपनीय जानकारी साझा की जाए. देश की जनता ने अंसारी को सम्मान दिया. बदले में उन्होंने क्या दिया? क्या कांग्रेस पार्टी को जवाब नहीं देना चाहिए?

नई दिल्ली: 

बीजेपी ने एक पाकिस्तानी पत्रकार के खुलासे के बाद कांग्रेस और पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी से सवाल किए हैं. बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्ज़ा ने खुलासा किया कि तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी  ने उन्हें पांच बार भारत बुलाया था. पत्रकार ने कहा कि जब भारत के दौरे पर था तब अंसारी ने मिलने के लिए बुलाया तब अतिसंवेदनशील और अति गोपनीय जानकारी दी जाती है. वह पांच बार भारत यात्रा पर आया और हामिद अंसारी से जानकारी ली और इसे भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया गया. इस जानकारी को भारत को कमजोर करने के लिए ISI से साझा किया गया. क्या आतंकवाद के खात्मे के लिए कांग्रेस सरकार की यह नीति थी कि गोपनीय जानकारी साझा की जाए. देश की जनता ने अंसारी को सम्मान दिया. बदले में उन्होंने क्या दिया? क्या कांग्रेस पार्टी को जवाब नहीं देना चाहिए? 2010 में मेहरबानी कर अंसारी ने इन पत्रकार को आतंकवाद के सेमीनार में बुलाया यह बताने के लिए भारत आतंकवाद का मुक़ाबला कैसे करे?

उन्होंने आगे कहा कि हामिद अंसारी ईरान में राजदूत रहे. वो भारत की ही सुरक्षा में सेंध लगा रह थे. यह रॉ के पूर्व एजेंट ने खुलासा किया. इन्होंने खुफिया जानकारी ऐसे व्यक्तियों को दी जिन्हें नहीं देनी चाहिए थी. पहचान उजागर कर दी, जिससे उनकी जान पर खतरा बना. इन सब के बीच पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि मीडिया और भाजपा के आधिकारिक प्रवक्ता द्वारा मेरे खिलाफ ‘‘एक के बाद एक झूठ” फैलाया गया है.

गौरतलब है कि पैगंबर मोहम्‍मद पर टिप्‍पणी मामले को लेकर पूर्व उप राष्‍ट्रपति हामिद अंसारी ने (Hamid Ansari) ने हाल ही में कहा था कि ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी. इस तरह से धार्मिक मामले में गालीगलौज पर उतर आना गलत है,अगर हुआ है  ठीक करने में समय लगेगा और इसके तरीके हैं. क्‍या खाड़ी देशों की ओर से इतनी तीखी प्रतिक्रिया जल्‍दबाजी में की गई, इसके जवाब में उन्‍होंने कहा, “इनकी प्रतिक्रिया जेनिइन थी और होनी भी चाहिए. बात केवल खाड़ी देशों की नहीं है. बात इंडोनेशिया से शुरू होती है और नार्थ अफ्रीका तक जाती है. ऐसी बात कही गई कि हर वह आदमी जो एक धर्म को फॉलो करता है उसे इससे ठेस पहुंची है.

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