खास बात है कि अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव जीत जाती हैं, तो वह देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। साल 2015 से 2021 तक वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले कांग्रेस नेता अजय कुमार ने NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर बयान दिया है, जिससे बड़ा विवाद खड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमें मुर्मू को ‘आदिवासी का प्रतीक’ नहीं बनाना चाहिए। साथ ही उन्होंने NDA उम्मीदवार की विचारधारा पर भी सवाल उठाए हैं। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने भी पलटवार किया है और इसे मुर्मू का अपमान बताया है। भारतीय निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होने हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘यह द्रौपदी मुर्मू के बारे में नहीं है। यशवंत सिन्हा अच्छे उम्मीदवार हैं और मुर्मू जी भी शालीन हैं। लेकिन वह भारत की बड़ी दुष्ट विचारधारा को दिखाती हैं। हमें उन्हें आदिवासी का प्रतीक नहीं बनाना चाहिए। हमारे पास राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हैं और हाथरस हो गया। क्या उन्होंने एक भी शब्द कहा? अनुसूचित जाति की स्थिति बदतर हो गई है।’
उन्होंने कहा है कि समान विचारधारा वाली सभी पार्टियों को विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के लिए वोट करना चाहिए। कुमार ने कहा, ‘प्रतीक बनाना और देश के लोगों को बेवकूफ बनाना ही मोदी सरकार का काम है। यह देश की आत्मा की लड़ाई है और एक जैसी विचारधारा वाली सभी पार्टियों को यशवंत सिन्हा के लिए वोट देना चाहिए।’
खास बात है कि अगर मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव जीत जाती हैं, तो वह देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। साल 2015 से 2021 तक वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं। उनका जन्म ओडिशा के मयूरभंज में हुआ था। इसके अलावा वह भाजपा में साल 2002 से लेकर 2015 तक कई एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य समेत कई अहम पदों पर रह चुकी हैं।