श्रीलंका की प्रमुख विपक्षी पार्टी के नेता सजित प्रेमादासा ने बीबीसी को बताया है कि वे श्रीलंका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार होंगे.
आर्थिक संकट और सियासी उठापटक के बीच श्रीलंका के मौजूदा राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने ऐलान किया है कि वे 13 जुलाई को अपना पद छोड़ देंगे.
सजित प्रेमदासा की पार्टी समाजी जन बालावेगाया ने अपने सहयोगी दलों से, राष्ट्रपति पद के लिए समर्थक मांगा है.
श्रीलंका इस समय अप्रत्याशित आर्थिक संक से गुज़र रहा है जिसके कारण हज़ारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं. श्रीलंका के पास कैश ख़त्म हो गया है कि वो खाद्यान, ईंधन और दवाएं तक आयात नहीं कर पा रहा है.
सजित प्रेमदासा ने बीबीसी को बताया है की उनकी पार्टी और उसके सहयोगी दलों ने, राष्ट्रपति पद के लिए उनके नाम पर सहमति जताई है.
प्रेमदासा 2019 में राष्ट्रपति चुनाव में हार गए थे और अब उन्हें चुने जाने के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों का साथ चाहिए होगा.
उन्हें उम्मीद है राजपक्षे परिवार के ख़िलाफ़ जनाक्रोश की वजह से दोनों तरफ़ को सांसद उनका साथ दे सकते हैं.