एक दिन की राहत के बाद एक बार फिर मौसम ने अपना रुख बदल लिया। मानसून की दस्तक के बाद कई दिन तक झमाझम होने की उम्मीद थी, लेकिन बारिश के अगले ही दिन उमस ने लोगों के पसीने छुड़ाए। कई इलाकों में जलभराव हुआ।
UP Weather: एक दिन की राहत के बाद एक बार फिर मौसम ने अपना रुख बदल लिया। मानसून की दस्तक के बाद कई दिन तक झमाझम होने की उम्मीद थी, लेकिन बारिश के अगले ही दिन उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए। शुक्रवार को मौसम के बदले रुख का असर था कि तापमान एक दम से ऊपर चढ़ गया। मौसम विभाग सात जुलाई तक बारिश और बादलों के छाए रहने की संभावना जता रहा है। गुरुवार को मौसम सुहाना रहा था। तड़के से दोपहर बाद तक हुई बारिश के चलते पारा सामान्य से 11 डिग्री नीचे चला गया। बारिश भी 10 एमएम से अधिक हुई। शुक्रवार को एकाएक तापमान बढ़ने लगा। सुबह से बादल छाए रहे, लेकिन बारिश की उम्मीद पूरी नहीं हुई।
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया। यह सामान्य के पांच डिग्री कम था। हालांकि यह गुरुवार की तुलना में छह डिग्री अधिक था। गुरुवार को अधिकतम तामपान 27.1 डिग्री सेल्सियस वहीं न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से एक डिग्री कम था। पिछले 24 घंटे के दौरान 29.9 एमएम बारिश दर्ज की गयी। आर्द्रता का अधिकतम स्तर 92 रहा। वहीं आर्द्रता का न्यूनतम स्तर 62 प्रतिशत रहा।
मानसून अभी पूरी तरीके से नहीं आया है। अभी हल्की बारिश ही हुई है पर इस बारिश का पानी भी मोहल्लों से नहीं निकल सका। कई जगह जलभराव हो गया। यह स्थिति नाला सफाई के दावों की हकीकत खुद बयां कर रही है। ऐसे में लोगों का चिंतित होना और उनके जेहन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि हल्की बारिश में यह स्थिति है तो आगे क्या हाल होगा? यह स्थिति इस बात का संकेत है कि अगर अब भी कुछ ठोस उपाय नहीं हुए तो मानसून पूरी तरह से आने पर लोगों की दुश्वारियां बढ़ेंगी।