उदयपुर में कन्हैयालाल की गला रेतकर की गई हत्या मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड की साजिश में शामिल रहे मौसीन और आसिफ को पुलिस ने दबोच लिया है।
उदयपुर में कन्हैयालाल की गला रेतकर की गई हत्या मामले में पुलिस ने उदयपुर और अजमेर से 5 और लोगों को गिरफ्तार किया है। उदयपुर से दबोचे गए दो आरोपियों मौसीन और आसिफ पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है तो अजमेर में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने ‘सिर तन से जुदा’ का नारा दिया था। पुलिस को शक है कि इसी से प्रेरित होकर आरोपियों ने कन्हैया को मौत के घाट उतारा।
उदयपुर रेंज के आईजी प्रफुल्ल कुमार ने मौसीन और आसिफ की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा, ”दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वे साजिश और हत्याकांड की तैयारी में शामिल थे।” इस बीच, एनआईए ने उदयपुर कोर्ट में आवेदन देकर मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद की कस्टडी की मांग की है। दोनों आरोपियों को गुरुवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
‘सिर तन से जुदा’ की अपील करने वाले तीन गिरफ्तार
राजस्थान के अजमेर में पुलिस ने नफरती भाषण के आरोप में एक मौलवी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें इन लोगों ने पैगंबर के कथित अपमान का बदला लेने के लिए कथित तौर पर सिर कलम करने का आह्वान किया। सूत्रों ने बताया कि पुलिस को शक है कि 17 जून को अजमेर दरगाह के मुख्य प्रवेश द्वार से दिए गए नफरती भाषण से उकसावे में आकर दो लोगों ने मंगलवार को उदयपुर में एक दर्जी की हत्या कर दी। सूत्रों ने बताया कि दर्जी की हत्या के बाद दोनों आरोपियों ने वही नारे लगाए जो उस दिन नफरती भाषण के दौरान लगाए गए थे।
एक और की तलाश
दरगाह थाने के एसएचओ दलवीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान मौलवी फकर जमाली, रियाज और ताजिम के रूप में हुई, जिन्हें बुधवार रात को पकड़ा गया। अजमेर के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने कहा कि मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती फरार है और उसकी तलाश जारी है। एचएचओ सिंह ने कहा, ”अजमेर दरगाह के निजाग गेट से दिए गए नफरती भाषण के दौरान वे (आरोपी) भी गौहर चिश्ती के साथ मौजूद थे।”